कोरोना महामारी की वजह से पिछले छह महीनों से भाजपा और कांग्रेस के आरोप-प्रत्यारोप ‘ट्विटर’ पर देखे जा सकते हैं. देश के अधिकांश मुद्दों पर दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे पर हमला करते रहते हैं. कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा पर एक सनसनीखेज आरोप लगाकर देश की राजनीति को एक बार फिर गरमा दिया है. नया मामला सोशल मीडिया के सबसे लोकप्रिय माध्यम फेसबुक और व्हाट्सएप को लेकर है.
दरअसल राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर देश में फेसबुक, व्हाट्सएप पर कब्जा करने और नफरत फैलाने के गंभीर आरोप लगाए हैं. यही नहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर भी नफरत फैलाने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि बीजेपी और आरएसएस ने भारत में फेसबुक और व्हाट्सएप पर नियंत्रित कर लिया है. राहुल ने कहा कि इसके जरिए फर्जी खबरें (फेक न्यूज) फैला रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल ने एक विदेशी न्यूज पेपर (अखबार) की खबर का हवाला देते हुए भाजपा और आरएसएस पर हमला बोला है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने इस मामले में जांच कराने की मांग की है. वहीं कांग्रेस के इस आरोप के बाद केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए हमला बोला है. यहां से शुरू हुआ मामला, फेसबुक के कर्मचारियों के हवाले रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में ऐसे कई लोग हैं जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नफरत फैलाते हैं. कर्मचारियों का कहना है कि वर्चुअल दुनिया में नफरत वाली पोस्ट करने से असली दुनिया में हिंसा और तनाव बढ़ता है.
राहुल गांधी को फेसबुक से डेटा मामले में रंगे हाथों पकड़ा गया था : भाजपा
राहुल गांधी के हमले के बाद केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी तीखा हमला बोला है. कानून मंत्री प्रसाद ने कहा कि हारे हुए लोग यह कहते हैं पूरी दुनिया पर भाजपा और आरएसएस का नियंत्रण है. रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट करते हुए कहा कि अपनी खुद की पार्टी में भी लोगों को प्रभावित नहीं कर सकने वाले हार चुके लोग इस बात का हवाला देते रहते हैं कि पूरी दुनिया बीजेपी और आरएसएस द्वारा नियंत्रित है.
चुनाव से पहले डेटा को हथियार बनाने के लिए कैंब्रिज एनालिटिका और फेसबुक के साथ आपके (राहुल गांधी) गठजोड़ को रंगे हाथों पकड़ा गया था. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सच तो ये है कि आज सूचनाओं तक पहुंच और अभिव्यक्ति की आजादी का लोकतांत्रीकरण कर हुआ है. यह अब आपके परिवार के सेवकों द्वारा नियंत्रित नहीं होता है इसलिए आपको दर्द होता है. रविशंकर प्रसाद यहीं नहीं रुके, उन्होंने राहुल गांधी पर बेंगलुरु में पिछले दिनों हुए दंगे पर चुप्पी को लेकर कई सवाल उठाए.
वहीं माकपा ने कहा कि क्या फेसबुक ने भाजपा के साथ मिलकर नफरत को फैलाया है और चुनावी मुद्दों पर पक्षपात किया है. अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट में फेसबुक के कर्मचारी कह रहे हैं कि इस तरह के भाषण पर अंकुश लगाने से फेसबुक के व्यावसायिक हितों को नुकसान होगा, ऐसी गड़बड़ी को सार्वजनिक किया जाना चाहिए.
भाजपा-कांग्रेस में लगाए जा रहे आरोप-प्रत्यारोप का यह है पूरा मामला
अमेरिका के समाचार पत्र वॉल स्ट्रीट जनरल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता टी राजा ने अपनी फेसबुक पोस्ट में कहा था कि रोहिंग्या मुसलमानों को गोली मार देनी चाहिए. मुस्लिमों को देशद्रोही बताया था और मस्जिद गिराने की भी धमकी दी थी. इसका विरोध फेसबुक की कर्मचारी ने किया था और इसे कंपनी के नियमों के खिलाफ माना था. हालांकि कंपनी के भारत में बैठने वाले वरिष्ठ कर्मचारियों ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया था.
अब फेसबुक की विश्वसनीयता को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. इस अखबार की रिपोर्ट के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग पर सवाल किए हैं. दिग्विजय सिंह ने कहा कि जुकरबर्ग को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के समर्थक अंखी दास को फेसबुक में नियुक्त किया गया, जो मुस्लिम विरोधी पोस्ट को सोशल मीडिया पर तेजी के साथ अप्रूव करता है. दूसरी ओर सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी फेसबुक की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए भाजपा पर निशाना साधा है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार