बिहार में पुलों का भरभराकर गिरने का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. एक बार फिर से मंगलवार को प्रदेश के अररिया जिले में बकरा नदी पर बना पुल देखते ही देखते धड़ाम से गिर गया. इस पुल का निर्माण करोड़ों रुपये की लागत से किया गया था और पुल के गिरते ही करोड़ों रुपये भी पानी में बह गया.
बता दें कि इस पुल का निर्माण सिकटी और कुर्साकांटा प्रखंड को आपस में जोड़ने के लिए किया गया था. 12 करोड़ की लागत से 100 मीटर लंबा पुल बनाया गया था. पुल के गिरते ही घटनास्थल पर स्थानीय विधायक विजय कुमार मंडल पहुंचे और उन्होंने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. मौके पर पुल का निर्माण करने वाली कंपनी के लोग भी पहुंचे.
स्थानीय विधायक का कहना है कि इस पुल का निर्माण बहुत प्रयास करने के बाद किया जा रहा था, लेकिन यह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया. ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा इस पुल का निर्माण कार्य किया जा रहा था. वहीं, उद्घाटन से पहले ही पुल का तीन पिलर नदी में धंस गया और पुल एक झटके में गिर गया.
यह पहली बार नहीं है जब बिहार में पुल उद्घाटन से पहले ही गिर गया हो. इससे पहले जून, 2023 में भागलपुर में एक पुल गिर गया था. यह पुल 2023 से पहले 2022 में भी एक बार गिर चुका था. भागलपुर के सुल्तानगंज में गंगा नदी पर बना पुल का पिलर अचानक से भरभराकर गिर पड़ा और पुल पानी में समा गया. इस पुल को करीब 600 करोड़ की मोटी लागत से बनाया जा रहा था. वहीं, निर्माणकार्य को देखते हुए पुल की लागत 600 करोड़ से 1700 करोड़ कर दी गई थी.
बिहार के सुपौल जिले में भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत कोसी नदी पर एक पुल का निर्माणकार्य चल रहा था और इसी बीच पुल का एक बड़ा स्लैब अचानक से गिर गया. इस घटना में एक मजदूर की दबने से मौत भी हो गई थी. वहीं, काम कर रहे कई मजदूर घायल भी हो गए थे.