बेलफास्ट|… जिंबाब्वे के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज ब्रेंडन टेलर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला कर लिया है और सोमवार को आयरलैंड के खिलाफ वह अपना आखिरी मैच खेलेंगे. 2004 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच में डेब्यू करने वाले टेलर आगे चलकर जिंबाब्वे के सबसे शानदार इंटरनेशनल क्रिकेटर्स में से एक बने.
टेलर ने ट्विटर पर एक बयान जारी करके कहा, ‘भारी दिल के साथ मैं घोषणा करता हूं कि अपने प्रिय देश के लिए अपना आखिरी मैच कल खेलूंगा. 17 साल उतार-चढ़ाव भरे रहे और मैं दुनिया के लिए नहीं बदला. इससे मुझे विनम्र रहने की सीख मिली.
हमेशा खुद को याद दिलाया कि मैं इस जगह पर इतने लंबे समय के लिए रहा तो कितना भाग्यशाली हूं. बैज को गर्व के साथ पहनना और सभी चीजें मैदान पर छोड़कर जाना. मेरा लक्ष्य हमेशा टीम को बेहतर पोजीशन में लाना रहा’.
टेलर ने आगे कहा, ‘मैं 2004 में पहले आया और इसके बाद से हमेशा कोशिश की है कि टीम को बेहतर स्थिति में पहुंचाऊं. मुझे उम्मीद है कि मैंने ऐसा किया.’ 34 साल के ब्रेंडन टेलर ने जिंबाब्वे क्रिकेट, टीम के साथियों, परिवार और फैंस का शुक्रियाअदा किया.
टेलर ने कहा, ‘आखिरकार अपनी पत्नी केली एन और चार खूबसूरत लड़कों का शुक्रिया. इस यात्रा में आप मेरे लिए बहुत मायने रखते हैं और आपके बिना ऐसा संभव नहीं था. अब एयरपोर्ट के सिरदर्द नहीं होंगे. मैं अगले अध्याय पर ध्यान दे रहा हूं. मैं आप सभी से बहुत प्यार करता हूं.’ बता दें कि ब्रेंडन टेलर ने अब तक 204 वनडे में 6677 रन बनाए और वह जिंबाब्वे के बल्लेबाज एंडी फ्लावर के राष्ट्रीय रिकॉर्ड 6786 रन से 112 रन पीछे हैं.
ब्रेंडन टेलर ने इससे पहले भी संन्यास का ऐलान किया था, लेकिन कुछ साल बाद वापसी कर ली थी. उन्होंने 2015 विश्व कप के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, लेकिन कोलपाक डील के तहत वो नाटिंघमशायर के लिए काउंटी क्रिकेट खेल रहे थे. जिंबाब्वे क्रिकेट बोर्ड की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. इसी वजह से टेलर ने काउंटी क्रिकेट खेलने का फैसला किया था.
हालांकि 2018 में टेलर ने जिंबाब्वे के लिए फिर से खेलना शुरू किया और तीन साल तक खेलते रहे. ब्रेंडन टेलर ने 2015 के वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के खिलाफ जबरदस्त शतकीय पारी भी खेली थी.