टीम इंडिया के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज युवराज सिंह को युजवेंद्र चहल के खिलाफ सोशल मीडिया पर जातिगत टिप्पणी करने के मामले में रविवार को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार करके तुरंत बेल पर रिहा कर दिया.
उनके खिलाफ ये कार्रवाई हांसी पुलिस ने चंडीगढ़ हाईकोर्ट के आदेश पर की गई थी. हरियाणा के हिसार जिले के हांसी में उनकी गिरफ्तारी हुई और इसके बाद पुलिस ने उन्हें औपचारिक तौर पर जमानत पर रिहा कर दिया.
युवराज सिंह पर आरोप है कि पिछले साल कोरोना लॉकडाउन के दौरान उन्होंने रोहित शर्मा के साथ लाइव चैट के दौरान युजवेंद्र चहल की जाति को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने विशेष वर्ग के खिलाफ टिप्पणी करने के मामले में सुबूत जुटाने के लिए पुलिस ने युवराज का मोबाइल फोन जप्त कर लिया है.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक युवराज सिंह के खिलाफ कार्रवाई हाईकोर्ट के निर्देश पर की गई है. उन्हें केस की जांच में शामिल करने के लिए गिरफ्तार किया गया. इससे पहले भी उन्हें दो बार जांच में शामिल किया जा चुका है. हालांकि उन्हें रविवार की कार्रवाई के बाद बेल बॉन्ड पर रिहा कर दिया गया.
अब आगे पुलिस कोर्ट में युवराज के खिलाफ चालान पेश करेगी. इसके बाद युवराज को स्पेशल कोर्ट से नियमित तौर पर जमानत हासिल करनी रड़ेगी.
उन्हें हिसार स्थिति एससी/एसटी अत्याचार अधिनियम के तरह स्थापित स्पेशल कोर्ट में मामले की हर तारीख पर पेश होना पडे़गा. अपराध साबित होने पर उन्होंने इस मामले में पांच साल तक की सजा हो सकती है.