उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले से एक बेहद अलग और दिलचस्प किस्म का चालान का मामला सामने आया है. जहां पर पुलिस द्वारा चालान काटने के बाद एक युवक ने सीधा चितई स्थित प्रसिद्ध न्याय के देवता गोलू देवता के मंदिर में फरियाद कर दी. जी हां, दरअसल अल्मोड़ा में पुलिस ने एक युवक का तेज बाइक चलाने पर ₹16500 का चालान काट दिया. वहीं युवक ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने उस पर गलत धाराएं लगाकर उसका चालान काटा है.
जिसके बाद युवक फरियाद करने सीधा गोलू देवता के मंदिर जा पहुंचा और न्याय के लिए प्रसिद्ध गोलू देवता के सामने न्याय की गुहार लगाते हुए एक पत्र टांग दिया. युवक का यह पत्र सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और लोग जमकर इसको शेयर कर रहे हैं. दरअसल अल्मोड़ा जिले के चितई का निवासी दीपक सिराड़ी हाल ही में बीते मंगलवार को अपनी दादी की दवाई लेने के लिए अल्मोड़ा आया हुआ था.
उसका कहना है कि उसकी दादी की तबीयत खराब चल रही थी जिस कारण उसने अपने परिजनों से बाइक मांगी और दादी की दवाई के लिए वह जिला अस्पताल आया मगर अस्पताल से पूरी दवाइयां ना मिलने के बाद वह प्रकाश मेडिकल स्टोर पहुंचा. मगर इसी बीच युवक की दादी की तबियत ज्यादा खराब हो गई और उसके घर से फोन आने लगे जिसके बाद युवक बाइक तेज चलाते हुए घर की ओर जाने लगा.
मगर इसी बीच पुलिस ने युवक को शिखर तिराहे पर रोक लिया और पुलिस ने युवक की बात बिना सुने ही उसके ऊपर बिना हेलमेट और तेज गति से वाहन चलाने समेत कई धाराओं पर मुकदमा दर्ज करते हुए उसकी बाइक सीज कर दी. बाइक को सीज करने के बाद युवक को कोतवाली लाया गया और उसके ऊपर ₹16,500 का चालान काट दिया गया.
वहीं युवक ने पुलिस को अपनी आर्थिक हालत के बारे में बताया युवक ने बताया कि वह एक होटल में काम करता था और वहां पर उसको महीने का महज महीने का ₹2500 मिलता था. वह बीते 2 महीनों से बेरोजगार है और उसके पास चालान का भुगतान करने के लिए इतनी बड़ी राशि नहीं है.
उसने कहा कि वह ₹16,500 का चालान पुलिस को नहीं दे पाएगा मगर पुलिस ने युवक की एक ना सुनी. इसके बाद युवक ने थक हार कर न्याय के देवता गोलू देवता के सामने मदद की गुहार लगाते हुए उनको एक चिट्ठी लिखी और मंदिर में न्याय मांगते हुए अपना पत्र टांग दिया. युवक ने चिट्ठी में गोलू देवता से न्याय मांगते हुए लिखा है कि वह शुरुआत से ही उनके पास आ रहा है और एक वे ही उसकी आखिरी उम्मीद हैं.
युवक ने चिट्ठी में यह भी लिखा कि उसकी इतनी बड़ी गलती नहीं थी जितने रुपये चालान पुलिस ने उसके ऊपर लगा दिया है. उसने अपनी जिंदगी में इतनी बड़ी रकम एक साथ कभी नहीं देखी है. युवक ने गोलू देवता को लिखी चिट्ठी में यह भी कहा कि उसने पुलिस को बार-बार उसको छोड़ देने को कहा मगर पुलिस ने उसकी एक न सुनी और वाहन सीज कर लिया.
ऐसे में गोलू देवता ही उसकी आशा की किरण हैं और केवल वे ही उसकी इसमें मदद कर सकते हैं. अल्मोड़ा के युवक की गोलू देवता के नाम लिखी चिट्ठी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है और काफी लोग इसको शेयर कर रहे हैं. इस पूरे मामले में पुलिस ने कहा है कि युवक ने हेलमेट नहीं पहना था और वह तेज गति से बाइक चला रहा था जिसके बाद पुलिस ने युवक के वाहन को सीज कर लिया है.