यूपी में अलग-अलग राजनीतिक दलों के दो चेहरे हैं. एक मौजूदा समय में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान है तो दूसरे इस कुर्सी पर काबिज होने के लिए तैयारी कर रहे हैं. हम बात कर रहे हैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री सपा प्रमुख अखिलेश यादव की.
अगले साल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में अखिलेश अपनी सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं. प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. ‘भाजपा इसी जुलाई महीने से ही पूरी तरह चुनावी मैदान में कूदने को तैयार है’. सपा ने तैयारियां कर ली हैं. विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का आज जन्मदिन है. 48 साल के हो चुके अपने नेता का सपा कार्यकर्ता जन्मदिन केक काटकर बना रहे हैं.
इस मौके पर ‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा प्रमुख अखिलेश को जन्मदिन की सीधे फोन और ट्वीट के माध्यम से शुभकामनाएं दी हैं, बता दें कि पिछले महीने 5 जून को जब सीएम योगी का जन्मदिन था तब अखिलेश यादव ने भी उन्हें फोन करके बधाई दी थी’. ट्वीट करते हुए योगी ने लिखा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई. ‘प्रभु श्री राम से आपके उत्तम स्वास्थ्य एवं सुदीर्घ जीवन की कामना करता हूं’. दूसरी ओर अपने जन्मदिन के अवसर पर भी अखिलेश भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधने से नहीं चूके.
‘अखिलेश यादव डॉक्टर्स डे के मौके पर उन्होंने बीजेपी सरकार को आड़े हाथ लिया. ‘अखिलेश ने एक ट्वीट कर कहा कि नेशनल डॉक्टर्स डे की बधाई एवं शुभकामनाएं, कोरोना काल में जबकि बीजेपी सरकार बुरी तरह नाकाम है, डॉक्टरों ने ही आगे आकर मोर्चा संभाला है, उन्हें चतुर्दिक सुरक्षा देना सरकार का दायित्व है. डॉक्टर जीवन की आशा का दूसरा नाम होता है’. आइए जानते हैं अखिलेश यादव के निजी और राजनीतिक जीवन के बारे में. पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश का जन्म 1 जुलाई 1973 को सैफई गांव में हुआ था.
अखिलेश, मुलायम की पहली पत्नी मालती देवी के बेटे हैं. घर का उनका नाम ‘टीपू’ रखा गया था. उन्होंने राजस्थान के धौलपुर के मिलिट्री स्कूल से उन्होंने शुरुआती पढ़ाई की. फिर मैसूर के जेएसएस साइंस एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी से सिविल इन्वायरमेंट इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन किया उसके बाद ऑस्ट्रेलिया से पढ़ाई की. अखिलेश ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत 2000 में की थी. वह कन्नौज सीट से उपचुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे.
बता दें कि 2004 और 2009 में भी अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव जीते. 2012 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव सपा के स्टार प्रचारक थे और उन्होंने सपा क्रांति रथ निकाला था. अखिलेश की मेहनत का नतीजा रहा कि 2012 में सपा 225 सीटों पर जीत गई और अखिलेश यादव 38 साल की उम्र में यूपी के मुख्यमंत्री बन गए. अखिलेश की पत्नी डिंपल भी कन्नौज से लोकसभा सांसद रह चुकी हैं.
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. फिलहाल उत्तर प्रदेश में भाजपा और सपा के बीच ‘मिशन 22’ को लेकर घमासान मचा हुआ है. इन दिनों दोनों राजनीतिक दल जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर आमने सामने हैं.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार