बढ़ती महंगाई से जनता परेशान है. देश में खाने-पीने की चीजों के अलावा पेट्रोल-डीजल की कीमत से जनता परेशान है. इस बीच कहा जा रहा था कि पेट्रोल-डीजल जीएसटी के दायरे में आ सकते हैं. लेकिन, जीएसटी परिषद ने संशोधित कराधान व्यवस्था के तहत पेट्रोलियम उत्पादों को लाने की सिफारिश नहीं की है.
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क लगाने का मकसद संसाधन जुटाना है. यह इंफ्रास्ट्रक्चर और विकास से जुड़े कार्यों पर खर्च होता है.
इन कारकों को ध्यान में रखकर होता है दरों में बदलाव
उन्होंने कहा कि शुल्क दरों में बदलाव अंतरराष्ट्रीय उत्पाद की कीमतों, विनिमय दर, कर संरचना , मुद्रास्फीति और मौजूदा वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए किया जाता है.
पेट्रोल और डीजल को माल और सेवा कर (जीएसटी) के तहत लाने के लिए कुछ प्रतिवेदन प्राप्त हुए हैं. संविधान के Article 279 A (5) में कहा गया है कि माल और सेवा कर परिषद उस तारीख की सिफारिश करेगी जब पेट्रोलियम क्रूड, हाई स्पीड डीजल, मोटर स्पिरिट (आमतौर पर पेट्रोल के रूप में जाना जाता है), प्राकृतिक गैस और विमानन टरबाइन ईंधन (ATF) पर जीएसटी लगाया जाएगा.
अब तक जीएसटी परिषद ने नहीं की सिफारिश
सीजीएसटी अधिनियम का हवाला देते हुए मंत्री ने कहा कि इन उत्पादों को जीएसटी में शामिल करने के लिए जीएसटी परिषद की सिफारिश की आवश्यकता होगी. चौधरी ने आगे कहा कि, ‘अभी तक जीएसटी परिषद, जिसमें राज्यों का भी प्रतिनिधित्व है, ने इन वस्तुओं को जीएसटी के तहत शामिल करने की कोई सिफारिश नहीं की है.’
देश में कई दिनों से स्थिर है तेल की कीमत
मालूम हो कि तेल कंपनियों ने आज फिर पेट्रोल और डीजल की कीमतों (Petrol Diesel Price Today) में कोई बदलाव नहीं किया है.
देश में कई दिनों से तेल की कीमतें स्थिर हैं. दिल्ली में पेट्रोल का दाम 95.41 रुपये प्रति लीटर जबकि डीजल का दाम 86.67 रुपये प्रति लीटर है.
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 109.98 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 94.14 रुपये प्रति लीटर है. कोलकाता में पेट्रोल और डीजल क्रमश: 104.67 रुपये और 89.79 रुपये प्रति लीटर है. वहीं चेन्नई में पेट्रोल 101.40 रुपये प्रति लीटर है और डीजल 91.43 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है.