आपने समुद्री लुटेरों से जुड़ी कहानियों, फिल्मों या कार्टून में देखा होगा कि हमेशा उनके एक आंख काले या लाल कपडे से ढका रहती है. लेकिन कभी आपने सोचा है कि समुद्री लुटेरे हमेशा अपनी एक आंख को पट्टी से क्यों ढक कर रखते हैं और ऐसा करने से उन्हें क्या फायदा होता है? ज्यादातर लोग इस बारे में नहीं जानते होंगे. चलिए आज जानने की कोशिश करते हैं कि समुद्री लुटेरे ऐसा क्यों करते हैं.
डेक पर जाना होता है
दरअसल, समुद्री लुटेरे महीनों जहाज से यात्रा करते हैं. उन्हें इस दौरान बार-बार डेक पर जाना होता है और सुरक्षा के इंतजाम पर नजर रखनी होती है. डेक काफी अंधेरे भरी जगह होती है. ऐसे में जब लुटेरे डेक में घुसते हैं तो अपनी आंख पर लगी काली या लाल पट्टी को हटा देते हैं, ताकि वह अंधेरे में भी चीजों को आसानी से देख सकें.
अगर वह ऐसा नहीं करेंगे, तो उन्हें उजाले से अंधेरे में जाने पर कुछ भी साफ-साफ नहीं दिखाई देगा. ऐसे में वह जहाज की सुरक्षा करने में असफल हो जाएंगे. यही कारण है कि उन्हें अपनी आंखों का खास ख्याल रखना पड़ता है.
पुतली को फैलने में ज्यादा समय नहीं लगता
एक आंख पर पट्टी बांधने का फायदा यह होता है कि जब वह उजाले से अंधेर में जाते हैं, तो उनकी आंख की पुतली को फैलने में ज्यादा समय नहीं लगता है. क्योंकि उस आंख को पहले से ही अंधेरे में रहने की आदत हो चुकी होती है. मालूम हो कि समुद्री लुटेरों द्वारा आंख पर पट्टी बांधने का नियम काफी पुराना है. जिसे पीढ़ी दर पीढ़ी फॉलो किया जा रहा है.
रात के वक्त पट्टी को हटा देते हैं
इस नियम की वजह से दुश्मन से लड़ने के लिए लुटेरों को अपनी दोनों आंखों को अंधेर और प्रकाश की स्थिति के लिए तैयार रखना होता है. हालांकि, रात के वक्त समुद्री लुटेरे. अपनी आंख पर लगी पट्टी को हटा देते हैं. क्योंकि उस समय चारों तरफ अधेंरा होता है और आंखों की पुतलियों को ज्यादा काम करने की जरूरत नहीं पड़ती है.