चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं. उन्होंने राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण के दौरान पद और गोपनीयता की शपथ ली. उनके अलावा सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी ने मंत्री पद की शपथ ली.
शपथग्रहण से पहले चरणजीत सिंह चमकौर के कतलगढ़ साहिब गुरुद्वारा पहुंचे थे जहां उन्होंने परिवार के साथ गुरद्वारे में मत्था टेका. रविवार को काफी उठापटक के बाद चरणजीत सिंह चन्नी को विधायक दल का नेता चुना गया था.
चन्नी ने सीएम बनने के बाद ऐलान करते हुए कहा, ‘किसानों के लिए बिजली मुफ्त होनी चाहिए, इसलिए हमारी सरकार किसानों के बड़े बिजली बिल माफ करेगी. अगर किसी की बिजली कटी है तो हम उसके घर बिजली कनेक्शन बहाल करेंगे.
हमारी सरकार किसानों की सरकार है. किसानों पर कोई आंच आएगी, तो मैं अपना गला काट कर दे दूंगा. अगर किसान डूबा, तो देश डूब जाएगा, अर्थव्यवस्था डूब जाएगी. किसान खुशहाल होंगे तो ही पंजाब खुशहाल होगा. पंजाब के किसान को कमजोर नहीं होने दिया जाएगा. तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाना चाहिए.’
चन्नी दलित सिख (रामदसिया सिख) समुदाय से आते हैं और अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे. वह रूपनगर जिले के चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं.
वह इस क्षेत्र से साल 2007 में पहली बार विधायक बने और इसके बाद लगातार जीत दर्ज की. वह शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन के शासनकाल के दौरान साल 2015-16 में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी थे.