बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति और टीकाकरण अभियान पर मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत कर रहे हैं.
इस बीच केंद्र कुछ राज्यों में संक्रमण बढ़ने के बीच टीकाकरण की कवायद को तेज करता दिख रहा है. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि मोदी मुख्यमंत्रियों के साथ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक वीडियो कॉफ्रेंस कर रहे हैं. महामारी के बाद से वीडियो कॉफ्रेंस नियमित रूप से किया जा रहा है.
COVID-19 के बढ़ते मामलों और चल रहे टीकाकरण अभियान को लेकर सभी मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम नरेंद्र मोदी की बैठक वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चल रही है.
पीएम ने कहा कि कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन लोगों को डराने की जरूरत नहीं है. में कोरोना की उभरती हुई ‘दूसरी पीक’ को तुरंत रोकना होगा. हमें जनता को परेशानी से मुक्ति दिलानी है. पीएम ने कहा कि हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. टेस्टिंग बढ़ाने की आवश्यकता है. पीएम ने कहा कि 70 जिलों में कोरोना के नए मामलों में 150 प्रतिशत का उछाल आया है. हमारे पास वैक्सीन आ गई है लेकिन मास्क सहित कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने की जरूरत है. पीएम ने कहा कि कोरोना वैक्सीन को हमें बर्बाद नहीं होने देना है.
इस बैठक में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल उपस्थित नहीं है. समझा जाता है कि पश्चिम बंगाल में अपने चुनावी कार्यक्रमों की व्यस्तता की वजह से ममता और योगी आदित्यनाथ इस बैठक में शरीक नहीं हो रहे हैं.
सातवें दिन वायरस के नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज
इससे पहले जनवरी में मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ अंतिम बातचीत टीकाकरण शुरू होने से पहले हुई थी. बता दें भारत में कोविड-19 के एक दिन में 28,903 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,14,38,734 हो गई. इस साल एक दिन में सामने आए यह सर्वाधिक मामले हैं.
आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले 13 दिसम्बर को 24 घंटे में वायरस के 30,254 नए मामले सामने आए थे. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में वायरस से 188 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,59,044 हो गई.
आंकड़ों के अनुसार, देश में लगातार सातवें दिन वायरस के नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई और उसके साथ ही उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़कर 2,34,406 हो गई ,जो कुल मामलों का 2.05 प्रतिशत है. देश में कुल 1,10,45,284 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं. हालांकि मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर में गिरावट आई है और वह अब 96.56 प्रतिशत है. वहीं, कोविड-19 से मृत्यु दर 1.39 प्रतिशत है.
पिछले साल क्या थे देश में कोरोना के हालात
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी. वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 16 मार्च तक 22,92,49,784 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है. इनमें से 9,69,021 नमूनों की जांच मंगलवार को की गई थी. आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में वायरस से जिन 188 लोगों की मौत हुई, उनमें से महाराष्ट्र के 87, पंजाब के 38, केरल के 15 और छत्तीसगढ़ के 12 लोग थे.
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में वायरस से अभी तक कुल 1,59,044 लोगों की मौत हुई है. इनमें से महाराष्ट्र के 52,996, तमिलनाडु के 12,556 , कर्नाटक के 12,403, दिल्ली के 10,945 , पश्चिम बंगाल के 10,297 , उत्तर प्रदेश के 8,750 और आंध प्रदेश के 7,185 लोग थे.