नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्सनल वेबसाइट का ट्विटर अकाउंट (@narendramodi_in) हैक किए जाने की बात ट्विटर ने मान ली है और कहा है कि इस मामले की जांच की जा रही है. जॉन विक ग्रुप ने इसे हैक कर लिया था और इससे रिलीफ फंड के लिए डोनेशन में बिटक्वॉइन की मांग की गई थी.
हालांकि कुछ ही देर में इसमें सुधार कर दिया गया. अब इस पूरे मामले पर ट्विटर का बयान आया है, जिसमें हैकिंग की बात को स्वीकार करते हुए जांच की बात कही गई है.
ट्विटर की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘हम इस गतिविधि से अवगत हैं और हमने अकाउंट को सुरक्षित करने के लिए कदम उठाए हैं. हम मामले की जांच कर रहे हैं. हमें फिलहाल इसकी जानकारी नहीं है कि और अकाउंट्स को निशाना बनाया गया है या नहीं.’
यह उसी तरह का मामला है, जैसा कि कुछ दिनों पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ-साथ माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स, अरबपति कारोबारी एलन मस्क, अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन सहित कई हाइप्रोफाइल लोगों के ट्विटर अकाउंट को हैक किए जाने की घटना भी सामने आई थी.
इन लोगों के ट्विटर हैंडल से भी लोगों को बिटक्वाइन में डोनेट करने के लिए कहा गया था. इस फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड 17 साल का किशोर बताया गया था, जिसकी गिरफ्तारी भी पिछले दिनों हुई थी.
अब इसी तरह का वाकया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पर्सनल वेबसाइट के ट्विटर अकाउंट को लेकर सामने आया है. गुरुवार तड़के करीब 3 बजे पीएम मोदी के पर्सनल वेबसाइट का ट्विटर अकाउंट (@narendramodi_in) हैक कर लिया गया, जिसमें लिखा गया, ‘ये अकाउंट जॉन विक (hckindia@tutanota.com) के द्वारा हैक कर लिया गया है, हमने पेटीएम मॉल हैक नहीं किया है.’
एक अन्य ट्वीट में क्रिप्टोकरेंसी के जरिये नेशनल रिलीफ फंड में पैसा डालने को कहा गया. हालांकि कुछ ही मिनटों बाद इसे डिलीट कर दिया गया और आधे घंटे भीतर ट्विटर ने इस अकाउंट को सही कर दिया.