पांच राज्यों में आए चुनाव नतीजों के बाद उत्तर प्रदेश, गोवा और मणिपुर में भाजपा ने सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. वहीं पंजाब में आम आदमी पार्टी ने भी नए मंत्रिमंडल के गठन को लेकर मंच सजा लिया है.
अगर बात करें उत्तर प्रदेश की तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने कैबिनेट के गठन को लेकर आज दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर आगे की रूपरेखा तय कर रहे हैं. अगर हम उत्तराखंड की बात करें यहां भाजपा को भी पूर्ण बहुमत मिला है लेकिन अभी पूरा पेंच मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अटका हुआ है. राजधानी देहरादून में भाजपा खेमे में मुलाकातों का दौर जारी है.
जीते नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों को भी नई सरकार नए मुख्यमंत्री का इंतजार है. कई भाजपा विधायक दिल्ली में हैं . शनिवार को सतपाल महाराज और सुबोध उनियाल भी दिल्ली पहुंचकर बड़े नेताओं से मुलाकात की है. वहीं केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भी राष्ट्रीय महासचिव संगठन से मुलाकात की है.
प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी आज दिल्ली रवाना हो रहे हैं. भाजपा केंद्रीय आलाकमान 10 मार्च को आए चुनाव नतीजों और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खटीमा विधानसभा से हारने के बाद लगातार मंथन करने में लगा हुआ है. अपने दो दिवसीय दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पार्टी हाईकमान को उत्तराखंड में नई सरकार और मुख्यमंत्री को लेकर रिपोर्ट आज सौंप देंगे.
अभी उत्तराखंड में नए मुख्यमंत्री का नाम फाइनल करने में कुछ वक्त लग सकता है. कयास लगाए जा रहे हैं कि होली बाद ही सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू होगी. भाजपा के कई विधायक पुष्कर सिंह धामी को ही मुख्यमंत्री बनाने की मांग करने में लगे हुए हैं. चंपावत विधायक कैलाश गहतोड़ी, जागेश्वर विधायक मोहन सिंह नेहरा, रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा और खानपुर विधायक उमेश शर्मा धामी के लिए अपनी सीट छोड़ने के लिए तैयार हैं.
इनके अलावा धामी मंत्रिमंडल के सहयोगी रहे गणेश जोशी और अरविंद पांडे ने भी बतौर मुख्यमंत्री धामी को समर्थन की घोषणा की है. कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से उनके आवास पर मुलाकात की.
साथ ही धन सिंह राज्यपाल से मुलाकात की . उधर, विधायक ऋतु खंडूड़ी ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की. फिलहाल अभी स्थिति जस की तस है. इसकी वजह यह है कि 2 साल के भीतर लोकसभा चुनाव भी होना है.
इसी को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह बहुत सोच समझ कर मुख्यमंत्री के चेहरे पर मुहर लगाएंगे. बता दें कि पिछले एक साल से भाजपा राज्य में तीन मुख्यमंत्री बदल चुकी है. इस बार हाईकमान राज्य में एक स्थायी चेहरा तैयार करने में लगा हुआ है. पुष्कर सिंह धामी भी जल्द दिल्ली की उड़ान भर सकते हैं.
शंभू नाथ गौतम