शुक्रवार (24 सितम्बर) को दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में दिनदहाड़े हुए शूटआउट की घटना में पूरे देश को हिला कर रख दिया. अदालत के अंदर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर राजनीति भी गर्म हो गई है. कांग्रेस ने जहां केजरीवाल और केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं वहीं आम आदमी पार्टी ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर पर निशाना साधा.
शुक्रवार (24 सितम्बर) शाम करीब 4 बजे दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में मोस्ट वांटेड अपराधी जितेंद्र उर्फ गोगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. शूटआउट में दो हमलावरों को भी मार गिराया. दोनों हमलावर गोगी पर हमला करने आए थे. स्पेशल सेल के जवानों ने दोनों हमलावरों को ढेर कर दिया. दोनों ने वकीलों की ड्रेस पहन रखी थी. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं.
मुख्यमंत्री चुनाव यात्रा में व्यस्त हैं और गृहमंत्री अमित शाह को दिल्ली से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि कोर्ट में करीब 40 राउंड गोलियां चलने से जज, वकील और अन्य लोग खतरे में पड़ गए. यह घटना दिखाती है कि खुफिया तंत्र पूरी तरह विफल हो चुका है, जबकि दिल्ली पुलिस को खुफिया तंत्र से जानकारी मिली थी कि इस तरह की घटना होगी.
वहीं आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि बड़े शर्म की बात है कि दिल्ली के कोर्ट परिसर में ही नहीं बल्कि कोर्ट रूम के अंदर गैंग वार हो रहा है. इसमें जान भी गई है. इस तरह का उदाहरण कभी नहीं सुना. कोर्ट रूम में जज साहब और वकील के सामने गैंगवार हो और 40 राउंड गोलियां चलें, तो ये अभूतपूर्व है.
प्रवक्ता ने आगे कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि सारे नियम कानूनों को ताक पर रखकर अपने एक पसंदीदा अधिकारी को दिल्ली में पुलिस कमिश्नर बनाया गया है. तब यह हाल दिल्ली का सामने आया है.
दिल्ली सरकार के हाथ में कुछ नहीं है, लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट को संज्ञान लेकर दिल्ली पुलिस के सबसे टॉप अधिकारी की जवाबदेही बनानी चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
दूसरी और रोहिणी कोर्ट में हुए शूटआउट से कई अदालतों के वकीलों ने नाराजगी जताई है. कल यानी शनिवार को दिल्ली के वकीलों ने एक दिन की हड़ताल बुलाने का एलान किया है.
राजधानी की सभी जिला अदालतों में एक दिन की हड़ताल होगी. शनिवार को जिला अदालतों के सभी वकील हड़ताल करेंगे और कोई भी काम नहीं करके अपना विरोध जताएंगे.