पाँच राज्यों के चुनावी नतीजे की आंच अब दूसरे प्रदेशों में भी नज़र आने लगी है. जम्मू-कश्मीर के अंतिम महाराज हरी सिंह के पोते और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. कर्ण सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने कांग्रेस के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. सोनिया गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में विक्रमादित्य ने कहा,कांग्रेस जम्मू-कश्मीर के लोगों की उम्मीदों पर खड़ी नही उतरी.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा मैं 2018 में कांग्रेस में शामिल हुआ लेकिन जम्मू-कश्मीर को लेकर जो भी फैसले(बालाकोट,धारा 370,आर्टिकल 35A,परिसीमन) राष्ट्रीय हित के हैं उसमें मेरी और कांग्रेस की विचारधारा मेल नही खाती.
ज्योतिरादित्य सिंह के साथ जो कांग्रेस ने किया उसकी कीमत मध्यप्रदेश में सरकार खोकर कांग्रेस को चुकानी पड़ी लेकिन उसके बाद भी कांग्रेस ने कुछ नही सीखा. पंजाब में कैप्टन को बेइज़्ज़त कर पार्टी से निकाला और जिसे कमान दी उसने पार्टी का क्या हाल किया वो सबके सामने है.
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पार्टी में कुछ नेता हैं जो कांग्रेस को बचाना चाहते हैं और अपनी बात को रख रहे हैं लेकिन सवाल है कि जो मुलाकात सोनिया गांधी की इन नेताओं से हुई है उसका नतीजा क्या होगा? कश्मीर फाइल्स फ़िल्म पर बोलते हुए कहा कि,मैंने फ़िल्म नही देखी लेकिन 90 में जब ये हुआ मैं श्रीनगर में था वहाँ कश्मीरी पंडितों के साथ जो हुआ उसके लिए तब से लेकर आज तक कि सरकार जिम्मेदार है.