खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की 13 महीने बाद बीजेपी में वापसी विपक्षी दलों को अखर रही है. अपने इस एक फैसले से त्रिवेंद्र सरकार विरोधियों के निशाने पर आ गई है, तो वहीं तमाम विवादों के बीच बीजेपी विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.
इस वीडियो में कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन लाव-लश्कर के साथ जुलूस निकाल कर समर्थकों का अभिवादन करते दिख रहे हैं.
ये वीडियो सोशल मीडिया पर आने के तुरंत बाद लोग एक बार फिर बीजेपी और कुंवर प्रणव सिंह की आलोचना करने लगे. कहा जाने लगा कि बीजेपी में शामिल होते ही चैंपियन ने अपने असली रंग दिखाने शुरू कर दिए हैं.
कोरोना संक्रमण काल के दौरान जुलूस निकालने और कोरोना नियमों की अनदेखी को लेकर बीजेपी और विधायक चैंपियन पर जमकर निशाना साधा जा रहा है. जिस कारण चैंपियन को प्रदेश अध्यक्ष ने तलब किया है.
हालांकि खानपुर विधायक ने इस पूरे मामले को फर्जी करार दिया है. उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो पुराना है. इसे वायरल करने के पीछे विरोधियों की साजिश है, ताकि उन्हें बदनाम किया जा सके.
सोशल मीडिया पर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की बीजेपी में वापसी को लेकर पार्टी पर चौतरफा हमले हो रहे हैं. विधायक चैंपियन की बीजेपी में दोबारा वापसी से विपक्षी पार्टियों को बैठे-बिठाए बड़ा मुद्दा मिल गया है.
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की वापसी को लेकर भाजपा पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने सत्तारूढ़ दल को दोहरे मापदंड वाली पार्टी करार दिया. भाजपा से निष्कासित किए गए विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को बीते रोज पार्टी ने दोबारा शामिल कर लिया. सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी.
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लिए अपशब्दों का प्रयोग करने वाला विधायक क्षमा योग्य नहीं है. भाजपा ऐसे व्यक्ति को क्षमा करने के साथ गुलदस्ते व फूल मालाएं भेंटकर महिमा मंडित करती है.
यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी भाजपा विधायक को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि दुष्कर्म के आरोपी के बचाव में मुख्यमंत्री खड़े दिखाई देने लगे हैं. अब इस विषय में कुछ कहने को बचा ही नहीं है.