मुंबई| कभी-कभी, कहो न प्यार है, बाजार जैसी फिल्मों के राइटर सागर सरहदी का निधन हो गया है. सागर 88 साल के थे. दिल का दौरा पड़ने के बाद वह पिछले काफी वक्त से आईसीयू में थे.
जावेद अख्तर और फिल्म मेकर अशोक पंडित ने सोशल मीडिया पर सागर सरहदी के निधन की खबर दी है. जावेद अख्तर ने लिखा, सागर सरहदी वेट्रन थिएटर और फिल्म राइटर का निधन हो गया है.
जावेद अख्तर अपने ट्वीट में आगे लिखते हैं, ‘उन्होंने कभी-कभी, नूरी जैसी फिल्में लिखी थी. इसके अलावा नसीरुद्दीन शाह और स्मिता पाटिल स्टारर फिल्म बाजार को डायरेक्ट किया था. मेरी दिवंगत के भांजे रमेश तलवार के साथ संवेदनाएं हैं.
सागर सरहदी का असली नाम गंगा सागर तलवार था. उनका जन्म साल 1933 में उत्तर-पश्चिमी सीमांत प्रांत में हुआ था. फिल्मों में आने से पहले सीमांत प्रांत के साथ अपना ताल्लुक बताने के लिए उन्होंने नाम बदलकर सागर सरहदी कर लिया था.
भारत के विभाजन ने सागर को लिखने के लिए प्रेरित किया. स्कूली शिक्षा पूरी कर वह मुंबई आ गए थे, जहां उनके भाई कपड़े की दुकान चलाते थे. कॉलेज पूरी करने के बाद उन्होंने सिनेमा का रुख किया.
सागर को पहला ब्रेक साल 1970 में ‘पत्नी’ से मिला था. फिल्म के डायरेक्टर वी. आर. नायडू थे. इसके बाद उन्होंने बासु भट्टाचार्य की फिल्म ‘अनुभव’ के लिए डायलॉग लिखे थे.सागर ने हनी ईरानी और रवि कपूर के साथ मिलकर ‘कहो न प्यार है’ (2000) का स्क्रीनप्ले लिखा था.
सागर ने इसके अलावा अमिताभ बच्चन, शशि कपूर, रेखा और जया बच्चन स्टारर ‘सिलसिला’ के स्क्रीनराइटर भी थे. इसके अलावा शाहरुख खान की डेब्यू फिल्म ‘दीवाना’ की स्क्रिप्ट सरहदी ने ही लिखी थी.