आज बात होगी सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की, जिन्होंने एक बार फिर भारत की शान को दुनियाभर में फैलाया है. फिल्म धरोहर के संरक्षण के क्षेत्र में उन्हें इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फिल्म आर्काइव (FIAF) का अवॉर्ड सम्मानित किया गया है.
महानायक ने सोशल मीडिया पर अवॉर्ड सेरेमनी की तस्वीरें साझा की हैं और इस सम्मान के लिए फेडरेशन ऑफ फिल्म आर्काइव, अमेरिकन फिल्म प्रोड्यूसर डायरेक्टर मार्टिन स्कॉर्सेसी और फिल्म लेखक क्रिस्टोफर नोलन का अभार व्यक्त किया है.
हॉलीवुड फिल्मकार मार्टिन स्कॉर्सीज और क्रिस्टोफर नोलन ने फिल्म धरोहर के संरक्षण के क्षेत्र में दिए गए योगदान के लिए शुक्रवार को अमिताभ बच्चन की सराहना की. डिजिटल माध्यम से आयोजित एक समारोह में बच्चन को एफआईएएफ पुरस्कार प्रदान किया गया.
यह पुरस्कार इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फिल्म अर्काइव द्वारा प्रदान किया जाता है. वीडियो संदेश में स्कॉर्सीज ने कहा कि बच्चन ने भारत की फिल्मी धरोहर को संजोने में उल्लेखनीय काम किया है.
बता दें कि इस दौरान अमिताभ ने कहा कि जया बच्चन की सलाह पर वे 2015 में पुरानी फिल्मों के संरक्षण से जुट गए थे. उन्होंने लगभग 60 पुरानी फिल्में रीस्टोर कर रखी हैं. वे पुरानी फिल्मों के रीस्टोरेशन के लिए अक्सर अपील भी करते रहते हैं.
अमिताभ ने कहा कि वह भारत में फिल्मों का पहला राष्ट्रीय म्यूजियम बनाना चाहते हैं, जिसमें सारी फिल्में और उससे जुड़ी चीजें संग्रहीत और संरक्षित रखी जाएं. अमिताभ ने कहा कि हमने फिल्मों को सहेजने के बारे जल्द नहीं सोचा तो यह विरासत नष्ट हो जाएगी.
इन सितारों को मिल चुका है ये अवॉर्ड
अमिताभ बच्चन से पहले यह अवॉर्ड मार्टिन स्कॉर्सेस (2001), मनोएल डी ओलिवेरा (2002), इंगमार बर्गमैन (2003), गेराल्डिन चैपलिन (2004), माइक लेह (2005), हौसियो -सिएन (2006), पीटर बोगडानोविच 2007), जीन-पियरे और ल्यूक डार्डेन (2016), क्रिस्टोफर नोलन (2017), एपिचातपोंग वीरसेथाकुल (2018), जीन-ल्यूक गोडार्ड (2019), और वाल्टर सेलेस (2020) को मिल चुका है.