नैनीताल| कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद के घर आगजनी और गोलीबारी के मामले में उत्तराखंड पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. चंदन सिंह लोधियाल, उमेश मेहता, कृष्ण बिष्ट और राजकुमार मेहता को भवाली पुलिस ने अरेस्ट किया है.
साथ ही, इनके पास से 32 बोर का अवैध पिस्टल और मैगजीन भी बरामद की गई है. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. हालांकि अब भी मुख्य आरोपी राकेश कपिल फरार है और कुंदन चिलवाल भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है.
आपको बता दें कि 15 नवंबर को नैनीताल सतखोल में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने सलमान खुर्शीद के घर पर आगज़नी को अंजाम दिया था और 8 राउंड की फायरिंग की थी.
इससे पहले पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को बताया था कि हिंसा के बाद खुर्शीद के नैनीताल स्थित मकान से पुलिस ने ज़िंदा कारतूस के साथ ही सात खोखे बरामद किए थे. पुलिस के मुताबिक हमलावरों ने जो गोलियां दागी थीं, वो मकान की छत और दीवारों से बरामद हुईं.
डीआईजी नीलेश आनंद भारणे के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया था कि ये सभी कारतूस मकान के भीतर की गई फायरिंग के चलते फॉरेंसिक टीम को बरामद हुए थे.
पुलिस अफसर ने यह भी कहा कि फरार मुख्य आरोपियों की तलाश जारी है. इस मामले में पुलिस ने 21 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. गौरतलब है कि अयोध्या में हुए घटनाक्रमों को लेकर हाल में खुर्शीद की एक किताब आई, जिसमें हिंदुत्व और कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों को लेकर तल्ख टिप्पणियां की गईं. इन टिप्पणियों को लेकर हिंदू संगठनों ने कई जगह विरोध प्रदर्शन किए तो दिल्ली में दो वकीलों ने भी शिकायतें दर्ज करवाईं.
एडवोकेट विवेक गर्ग ने अपनी शिकायत में आरोप लगाते हुए कहा कि कट्टरपंथी और आतंकी संगठनों आईएसआईएस और बोको हरम से हिंदुत्व की तुलना करने पर खुर्शीद के खिलाफ केस चलाया जाना चाहिए. वहीं, एडवोकेट विनीत जिंदल ने अपनी शिकायत में कहा कि किताब के कुछ कथित हिस्से न केवल भड़काने वाले हैं बल्कि हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले भी हैं.