राज्य की नई खेल नीति के बारे में खेल विशेषज्ञों, खिलाड़ियों, और आम जन से सुझाव प्राप्त किए जाएं और जल्द से जल्द से कैबिनेट में प्रस्तुत किया जाए. खेल में तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए खेल विज्ञान केंद्र की स्थापना की जाए.
खेल विकास निधि बनाई जाए. बच्चे कम उम्र से ही खेलों में प्रतिभाग के लिए प्रोत्साहित हों, इसके लिए सीएम खिलाड़ी उन्नयन छात्रवृत्ति दी जाए. सीएम श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में खेल विभाग की समीक्षा की.
सीएम ने राज्य की नई खेल नीति के बारे में खेल विशेषज्ञों, खिलाड़ियों, और आम जन से सुझाव प्राप्त कर जल्द से जल्द से कैबिनेट में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. खेल नीति इस प्रकार की हो जिससे ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ने के अधिक अवसर मिलें.
सीएम ने कहा कि प्राइवेट सेक्टर को खेल के क्षेत्र में आने के लिए प्रोत्साहित किया जाए. बच्चे टीवी, मोबाईल की दुनिया से बाहर निकलकर खेल के मैदान में आएं. खेलों में तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए खेल विज्ञान केंद्र की स्थापना की जाए.
सीएम ने कहा कि खेल कुम्भ में नए खेल शामिल किए जाएं. बालिकाओं के लिए खेल नीति में विशेष प्रावधान किए जाएं. नेशनल लेवल और इंटरनेशनल लेवल पर प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को सुविधाएं दी जाए. खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेल विकास निधि का निर्माण किया जाए. दिव्यांग खिलाड़ियों की आर्थिक सहायता के लिए व्यवस्था की जाए.
सीएम ने आठ वर्ष से 14 वर्ष के बच्चों के लिए सीएम खिलाड़ी उन्नयन छात्रवृत्ति की व्यवस्था करने के निर्देश दिए. खिलाड़ियों की समस्याओं के समाधान के लिए सिंगल विंडो सिस्टम विकसित किया जाए. व्यावसायिक शिक्षा संस्थानों और राजकीय विभागों में उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए कोटा इस प्रकार का हो जिससे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिले.