उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कोविड-19 महामारी के चलते अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के लिए शिक्षा और रोजगार की एक योजना की घोषणा की. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि ऐसे बच्चों को 21 साल की आयु तक मुख्यमंत्री वात्सल्य नामक योजना के तहत प्रतिमाह 3 हजार रुपये का भत्ता प्रदान किया जाएगा.
बयान के अनुसार राज्य सरकार उनकी शिक्षा का भी ध्यान रखेगी और इस योजना के तहत उनके लिए सरकारी नौकरी में पांच प्रतिशत कोटा रखा जाएगा. राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के तीन लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. 5,600 रोगियों की मौत हो चुकी है.
उत्तराखंड में ‘ब्लैक फंगस’ के बढ़ते मामलों के बीच प्रदेश सरकार ने शनिवार को इसे महामारी अधिनियम,1897 के तहत अधिसूचित रोग घोषित किया.
प्रदेश सरकार ने शनिवार को ब्लैक फंगस के मरीजों के उपचार में काम आने वाली एम्फोटेरिसिन बी दवा के उचित वितरण के मद्देनजर मानक संचालन प्रक्रिया भी जारी की. एम्फोटेरिसिन बी दवा सरकारी मेडिकल कॉलेजों, संस्थानों और कोविड समर्पित अस्पतालों को तय प्रारूप में मरीज का नाम, संक्रमण की प्रकृति जैसे विवरण देने तथा आपूर्ति के लिये अनुरोध करने पर भुगतान के बाद दी जाएगी.