उत्तराखंड सरकार ने इस साल भी रद की कांवड़ यात्रा, शिवभक्तों में छाई मायूसी

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शुक्रवार को भगवान भोले के भक्तों के लिए दुखद खबर रही. उत्तराखंड सरकार ने इस साल भी कांवड़ यात्रा रद कर दी है. इसके लिए राज्य के मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने आदेश जारी कर दिए हैं. सरकार ने यह फैसला देश में तेजी के साथ फैल रहे कोरोना वायरस के नए वैरीएंट डेल्टा प्लस को देखते हुए लिया है.

सावन के महीने में हजारों शिवभक्त हरिद्वार समेत राज्य के कई हिस्सों में भगवान शिव की पूजा के लिए पहुंचते थे. दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर के शुरुआती दौर में हरिद्वार कुंभ के बाद से सरकार अतिरिक्त एहतियात बरत रही है. कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को भांपते हुए सरकार ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगाई है.

मुख्य सचिव ओमप्रकाश के निर्देश के बाद शहरी विकास विभाग ने इसके आदेश कर दिए. शहरी विकास विभाग के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की. आपको बता दें कि हर साल कांवड़ यात्रा में देशभर से श्रद्धालु आते हैं. उनकी आवाजाही से कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा है. हर साल कांवड़ यात्रा में दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों के लाखों शिव भक्त गंगा जल लाने के लिए हरिद्वार आते थे.

संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार ने कांवड़ यात्रा को स्थगित करने का निर्णय लिया था. साथ ही सरकार ने यह भी फैसला लिया था कि शिव भक्तों को गंगा जल उन्हीं के राज्यों में उपलब्ध कराया जाएगा. गौरतलब है कि उत्तराखंड हाई कोर्ट ने सोमवार को सीमित संख्या में तीर्थयात्रियों के साथ चार धाम यात्रा की अनुमति देने वाले राज्य कैबिनेट के फैसले पर रोक लगा दी थी और चार धाम मंदिरों की लाइव स्ट्रीमिंग का भी आदेश दिया था.

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