देवभूमि यानी देवताओं की भूमि उत्तराखंड में प्राकृतिक सुंदरता के साथ औषधियों का भी भंडार है. जरूरत है इन्हें पहचानने और इनका सदुपयोग करने की. यह कहना है उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह का.
बता दें कि पिछले दिनों देवभूमि के लोक पर्व ‘फूलदेई’ के पर 8 और 9 मार्च को राजभवन में लगाई गई बसंतोत्सव प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार की फूलों की प्रदर्शनी लगाई गई. प्रदर्शनी की सफलतापूर्वक आयोजन के बाद राज्यपाल गुरमीत सिंह ने प्रदेश के उद्यान निदेशक डॉ हरमिंदर सिंह बावेजा को पत्र लिख शुभकामनाएं दी.
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड में प्राकृतिक सौंदर्य भरपूर मात्रा में है. इसके साथ ही विभिन्न प्रकार के फूल और पौधों से औषधियों का भी निर्माण किया जा रहा है. उन्होंने पत्र के माध्यम से कहा कि आने वाले दिनों में उत्तराखंड दुनिया में फूलों के उत्पादन में सबसे अग्रणी भूमिका निभाएगा.
इसके साथ राज्यपाल ने निदेशक डॉ बावेजा को प्रदेश के किसानों को जैविक खेती करने के लिए भी जागरूक करने को कहा. राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि प्रकृति ने हमें यह अनमोल धरोहर दी है. इस तरह का आयोजन क्रांति ला सकता है.
उत्तराखंड में औषधियों से भरे जो पुष्प हैं, उसको बढ़ावा देने की जरूरत है, ये उत्तराखंड को विश्व पटल पर एक अलग पहचान दे सकते हैं. इसके साथ राज्यपाल ने राजभवन में प्रदर्शनी में अधिकारियों और कर्मचारियों की भी सराहना करते हुए शुभकामनाएं दी.