उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने गुरुवार देर रात ट्विटर पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि परिवर्तन यात्रा के दौरान कांग्रेस के नेताओं पर स्याही में तेज़ाब मिलाकर फेंके जाने की आशंका है.
वहीं हरीश रावत ने एक रिटायर्ड नौकरशाह के बहाने फिर निशाना साधा है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि एक रिटायर्ड नौकरशाह आजकल सत्तारूढ़ दल ही नहीं, बल्कि तीन-तीन राजनीतिक दलों के लिए एक साथ राजनीतिक उगाही कर रहे हैं. खनन की उगाही भी बंट रही है.
उन्होंने लिखा, उत्तराखंड में बहुत सारे लोगों के आर्थिक स्वार्थ जुड़े हुए हैं. उन लोगों को भी एकजुट करने का प्रयास हो रहा है, ताकि वे सत्तारूढ़ दल की कुछ मदद करें. कुछ कद्दू कटेगा-बंटेगा के सिद्धांत पर आवाजों को बंद करने के लिए उनमें बांट दें.
हरीश रावत ने भाजपा पर भी तंज किया. फेसबुक पर लिखा कि मैं जानता हूं कि केंद्र में सत्तारूढ़ दल मेरे ऊपर कई प्रकार के अत्याचार ढहाने की कोशिश करेगा. उसकी तैयारियां हो रही हैं. ज्यों-ज्यों ऐसा आभास बढ़ता जा रहा है, चुनाव में लड़ने की मेरी संकल्प शक्ति भी बढ़ती जा रही है.
उन्होंने लिखा कि मैं वो सब प्राप्त कर चुका हूं, जिसके लायक था. पर सभी लड़ाइयां स्वयं सिद्धि के लिए नहीं होती हैं. कुछ सिद्धांत, पार्टी के लिए भी लड़नी पड़ती हैं.
उत्तराखंड और उत्तराखंडियत की रक्षा व पार्टी की मजबूती के लिए मुझे मान-अपमान और यातनाएं झेलने को तैयार रहना चाहिए.