उत्तराखंड में बागवानी फसलों को बढ़ावा देने के लिए अल्मोड़ा जिले के चौबटिया में प्रदेश का पहला सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा. इस सेंटर के लिए सरकार ने 13 करोड़ का प्रस्ताव केंद्र को भेजा है.
केंद्र की स्वीकृति मिलने के बाद इस पर काम शुरू किया जाएगा. चौबटिया सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में सेब और अखरोट की नई प्रजाति विकसित करने के साथ ही किसानों को प्रशिक्षण व अन्य सभी तरह की सुविधाएं मिलेगी. सरकार ने 2022 तक किसानों का आमदनी दोगुनी करने का संकल्प लिया है. प्रदेश में बागवानी फसलों का उत्पादन बढ़ाने और किसानों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने पर सरकार का फोकस है.
अल्मोड़ा जिले के रानीखेत स्थित चौबटिया में उद्यान विभाग निदेशालय है. दशकों पहले यहां पर सेब की नई प्रजातियों के रूट स्टॉक तैयार कर देश के दूसरे राज्यों को भेजे जाते थे. अब सरकार ने चौबटिया में बागवानी का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की योजना बनाई है. इसमें सेब, अखरोट के साथ अन्य समशीतोष्ण फलों की नई प्रजातियां विकसित की जाएगी.
विदेशों से आयातित सेब व अखरोट के नई प्रजाति का मदर प्लांट तैयार कर किसानों को उपलब्ध कराए जाएंगे. सेंटर में पौधों की गुणवत्ता जांच के लिए लैब व अन्य सुविधाएं भी होगी. बागवानी क्षेत्र में यह प्रदेश का पहला सेंटर ऑफ एक्सीलेंस होगा.
चौबटिया में सेब और अखरोट के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने की योजना है. इसके लिए 13 करोड़ का प्रस्ताव केंद्र को भेजा है. केंद्र की वित्तीय स्वीकृति मिलते ही इसे तैयार किया जाएगा. इस सेंटर के बनने से सेब व अखरोट की नई प्रजातियां तैयार की जाएगी. किसानों को आसानी से अच्छी किस्म के पौधे मिलेंगे.
-सुबोध उनियाल, कृषि एवं उद्यान मंत्री
सरकार की ओर से प्रदेश में फसल आधारित चार सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने की योजना है. चौबटिया के अलावा टिहरी में मसाले, नैनीताल में फ्लोरीकल्चर, काशीपुर में सब्जी का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा. इन तीनों सेंटरों का प्रस्ताव भी जल्द ही केंद्र को भेजा जाएगा.