उत्तराखंड कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने राज्य की विधानसभा में विधायक दल के नेता की भूमिका निभाने के लिए सहमति दी है लेकिन शर्त के साथ. सिंह ने शर्त रखी है कि वह विधानसभा में विपक्ष के नेता बनेंगे अगर उनकी जगह उनके नज़दीकी व्यक्ति को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद सौंपा जाए.
आपको बता दें कि पिछले दिनों इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद से ही उत्तराखंड में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली हो गया था. और कांग्रेस पार्टी लगातार विमर्श करते हुए इस पद के लिए उपयुक्त नेता के बारे में विचार कर रही थी.
सोमवार को उत्तराखंड में इस महती भूमिका के बारे में हुई एक बैठक में सिंगल लाइन का प्रस्ताव पास किया गया था कि विधायक दल का नेता सोनिया गांधी चुनेंगी. यह भी बताया जा रहा है कि आज मंगलवार शाम तक नए विधायक दल के नेता की घोषणा संभव है. पार्टी औपचारिक तौर पर विधायक दल के नेता के नाम का ऐलान कर सकती है.
उत्तराखंड कांग्रेस में यह कवायद चल रही थी कि नेता प्रतिपक्ष के लिए किस नाम का चयन किया जाए. इसी कवायद के तहत राज्य के कई विधायकों और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सोमवार को दिल्ली पहुंचकर वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की थी. बताया जा रहा है कि इस बैठक में प्रीतम सिंह के नाम पर सर्वसम्मति बनी, जिसमें उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव भी मौजूद रहे. गौरतलब है कि कद्दावर नेता और हल्द्ववानी से विधायक इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद नेता प्रतिपक्ष का पद खाली था, जिसे लेकर प्रीतम सिंह ने कहा कि उनकी भरपाई नहीं हो सकती, लेकिन आगे बढ़ना होगा. अब नया नेता प्रतिपक्ष चुनने के बाद कांग्रेस पार्टी परिवर्तन यात्रा शुरू करेगी.