सावन के पहले सोमवार को ‘मनहूसियत’ को दरकिनार करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधिवत पूजा-पाठ के बाद न्यू कैंट रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में ‘गृहप्रवेश’ किया.
एक दशक पहले बना मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास वहां रहने वाले मुख्यमंत्रियों के लिए ‘मनहूस’ माना जाता है क्योंकि वहां रहने वाला कोई भी मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सका.
यहां रहने वाले विजय बहुगुणा से लेकर त्रिवेंद्र सिंह रावत तक कोई मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सका और उसकी समय से पहले ही पद से विदाई हो गई.
धामी ने पहले मुख्यमंत्री आवास परिसर में स्थित शिव मंदिर में पूजा अर्चना की और गौशाला में गौमाता से आशीर्वाद लिया. उसके बाद अपने परिवार के साथ विधि-विधान से पूजा कर उन्होंने ‘गृह प्रवेश’ किया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं हमेशा वर्तमान में जीने में विश्वास करता हूं. न तो मैंने कभी भूतकाल की चिंता की और न ही उसका कभी प्रायश्चित किया. और न ही भविष्य में क्या होगा, इसकी अभी से चिंता करूंगां.’