उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज (मंगलवार) चार धाम यात्रा को लेकर बड़ा एलान किया. इस बार चार धाम यात्रा को लेकर सभी का वेरिफिकेशन (सत्यापन) किया जाएगा. मुख्यमंत्री धामी ने यह फैसला पिछले दिनों कई धार्मिक संगठनों के संतों के लिखे गए पत्र के आधार पर किया है.
जिसमें उन्होंने कहा था कि चार धाम क्षेत्र में गैर-हिंदुओं का प्रवेश प्रतिबंधित किया जाए. तब धामी सरकार ने कहा कि सरकार इस पर विचार कर रही है और जल्दी ही इस पर कार्रवाई की जाएगी. हालांकि मुख्यमंत्री ने किसी धर्म विशेष के लोगों के सत्यापन को लेकर कुछ नहीं कहा.
उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा को लेकर किसी तरह की अव्यवस्था न हो, इसलिए यूपी, दिल्ली तथा अन्य प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं का वेरिफिकेशन कराया जाएगा. बता दें कि अगले महीने से चार धाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री की धार्मिक यात्रा शुरू होने जा रही है.
इस यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पिछले कई दिनों से शुरू हो चुकी है. कुछ दिनों पहले शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष एवं शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक पत्र लिखा था, जिसको कई लोगों ने समर्थन भी किया था.
पत्र में स्वामी आनंद ने लिखा कि काली सेना के साथ मिलकर परिषद ने ‘हिमालय हमारा देवालय’ अभियान चलाया है. इसमें चार धाम यात्रा में गैर-हिन्दुओं के प्रवेश को वर्जित करने के लिए जनता को जागरूक किया गया है.
बता दें कि अगले महीने से चार धाम की यात्रा एक बार फिर शुरू होने जा रही है. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा 3 मई से शुरू हो जाएगी, तो वहीं 6 मई को केदारनाथ के कपाट दर्शन के लिए खुल जाएंगे. बद्रीनाथ में आठ मई से वहां भी श्रद्धालु दर्शन करने आ पाएंगे.