कोविड महामारी के कारण प्रभावित पर्यटन उद्योग को पटरी पर लाने के लिए सरकार ने यूरोपीय देश सिसिली, जापान, और साइप्रस की तर्ज पर प्रदेश में पर्यटन प्रोत्साहन कूपन (टीआईसी) योजना लागू की है. इस योजना को लागू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य है. सरकार की ओर से पर्यटकों को तीन दिन ठहरने में दी जाने वाली छूट राशि का भुगतान होटलों और होम स्टे को 15 दिन के भीतर किया जाएगा.
प्रदेश सरकार ने पर्यटन से जुड़ी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए और राज्य में अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इस योजना की शुरूआत की है. इसका लाभ लेने के लिए उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल पर टूरिस्ट कैटेगरी में अपना पंजीकरण कराना होगा. तीन दिनों तक होटल व होम स्टे में रहने पर पर्यटकों को अधिकतम 1000 रुपये या 25 प्रतिशत प्रतिदिन के हिसाब से प्रोत्साहन कूपन दिए जाएंगे.
इस कूपन पर पर्यटकों को होटल व होम स्टे के रूम बिल में छूट का लाभ मिलेगा. आदिदेव होम स्टे के संचालक धैर्य अरोड़ा ने कहा कि उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद द्वारा शुरू की गई टीआईसी योजना पर्यटकों के साथ-साथ होटल और होम स्टे संचालकों के दृष्टिकोण से भी काफी लाभदायक साबित होगी. यह प्रदेश सरकार की स्वागत योग्य पहल है और राज्य में पर्यटन संबंधी अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में मदद करेगी.
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि पर्यटक प्रोत्साहन कूपन योजना से होटल और होम स्टे संचालकों का कारोबार बढ़ेगा. पायलट प्रोजेक्ट के रूप में यह योजना एक माह के लिए लागू होगी. इस पर पर्यटकों को दी जाने वाली छूट के रूप में 2.70 करोड़ का व्यय भार होने का अनुमान है. योजना सफल रही तो इसे दो माह के लिए और बढ़ाया जाएगा.
साभार-अमर उजाला