सीएम रावत ने रविवार को शहीद दुर्गामल्ल राजकीय स्नाकोत्तर महाविद्यालय, डोईवाला में प्रदेश के महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के लिए हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा का शुभारम्भ किया.
सीएम ने प्रदेश के लोगों को महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों को हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी से जोड़ने वाला देश का प्रथम राज्य बनने पर प्रदेशवासियों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि युवाओं को पूरी दुनिया से जुड़ने की अभिलाषा होती है.
इस दिशा में यह हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी युवाओं के लिए वरदान साबित होगी. इस सुविधा के माध्यम से प्रदेश के छात्र छात्राएं महान विद्वान लोगों से भी ज्ञान अर्जित कर सकेंगे जो अपने क्षेत्र में बहुत कुछ कर चुके हैं.
उन्होंने कहा कि युवा देश का भविष्य हैं और युवाओं को तय करना है कि उन्होंने इन सुविधाओं का किस प्रकार सदुपयोग करना है.
सीएम ने कहा कि पीएम मोदी के डिजिटल भारत की ओर यह एक महत्त्वपूर्ण कदम है. यह प्राचीन से अर्वाचीन को जोड़ने की एक साकार पहल है.
प्रदेश सरकार प्रदेश के महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों को डेडीकेटेड इंटरनेट लीज लाईन के माध्यम से हाई स्पीड वाईफाई इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान कर रही है. इससे छात्र-छात्राओं को ज्ञानार्जन में सहयोग मिलेगा. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि हमारा युवा आत्मनिर्भर बने.
हमारा प्रयास है कि वह सिर्फ स्वयं रोजगार प्राप्त करने के लायक हो, बल्कि अन्य लोगों को रोजगार देने लायक भी बने. राज्य सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रही है. इसी क्रम में सचिवालय को ई- ऑफिस से जोड़ा जा रहा है. भ्रष्टाचार के खिलाफ हमें लगातार लड़ना होगा.
पारदर्शिता के क्षेत्र में इंटरनेट एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. मुख्यमंत्री सचिवालय के 37 विभागों को ऑनलाइन कर दिया गया है.
सीएम ने कहा कि प्रदेश में 107 ग्रॉथ सेंटर स्वीकृत किए गए हैं, जिनके माध्यम से युवाओं को स्किल्ड किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पिरूल एवं सोलर एनर्जी से युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान कर रही है.
हमारे पास जो संपदा बिक्री हुई है जो हमें प्रकृति ने दी है उसका दोहन करते हुए पर्यावरण का संरक्षण करते हुए आज राज्य सरकार प्रदेश के विकास के लिए कार्य कर रही है.
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री धनसिंह रावत ने कहा कि राज्य के महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों को हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी देने वाला देश का पहला राज्य बनने के बाद राज्य के 2 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को इस सुविधा का लाभ मिलेगा.
राज्य के सभी 106 महाविद्यालयों एवं 05 विश्वविद्यालयों को इंटरनेट कनेक्टिविटी का लाभ शीघ्र मिलने जा रहा है. इससे प्रदेश के युवाओं को ज्ञानार्जन में अत्यधिक सहायता मिलेगी.