उत्तराखंड यानी देवभूमि हरी-भरी वादियां और धार्मिक पर्यटन स्थलों के लिए विश्व में प्रसिद्ध है. चार धाम से लेकर हरिद्वार, ऋषिकेश और पहाड़ों की रानी मसूरी के साथ फूलों की घाटी चमोली आदि पर्यटन स्थलों में हर वर्ष लाखों सैलानी खिंचे चले आते हैं.
इसके साथ इस भूमि को वीरों की भूमि भी कहा जाता है. यहां की माटी ने देश को एक से बढ़कर एक वीर सपूत दिए हैं. वर्तमान में देश के मुख्य राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल या बिपिन रावत भारत के पहले रक्षा प्रमुख या चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) हैं. यह दोनों ही देवभूमि के हैं. इसके साथ ही तीनों सेनाओं में वीर जवानों ने उत्तराखंड का नाम रोशन किया है.
अभी पिछले महीने ही उत्तराखंड के निवासी और पुलवामा में शहीद हुए मेजर विभूति ढौंढियाल की पत्नी निकिता ढौंढियाल सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर ज्वाइन कर महिलाओं के लिए प्रेरणा बनीं हैं. इस माटी में देशभक्ति का जज्बा और जोश कूट कूट कर भरा है. आज हम बात करेंगे देवभूमि के एक और होनहार वीर जवान अवनीश थापा की. देहरादून कौलागढ़ के शांति विहार निवासी अवनीश ने एयरफोर्स में फ्लाइंग ऑफिसर के पद पर चयनित हुए हैं.
अवनीश एयरफोर्स में जूनियर वारंट ऑफिसर हरिओम थापा के पुत्र हैं . मां माया थापा हाउसवाइफ है. माता-पिता अपना आदर्श मानने वाले अवनीश छात्र जीवन से ही मेधावी रहे हैं. अवनीश थापा ने केवी एफआरआई से 12वीं और जीबी पंत यूनिवर्सिटी से बीटेक कंप्यूटर साइंस में किया है .
इसके साथ ही वह बहुत अच्छे तैराक भी रहे हैं. स्कूलिंग के दौरान उन्होंने कई प्रतियोगिताओं में भाग लेकर स्वर्ण पदक भी जीता था. अवनीश की सफलता पर उनके माता-पिता को गर्व है.