देहरादून| इन दिनों योगगुरु स्वामी रामदेव एक बार फिर विवादों मं घिरते नजर आ रहे हैं. बाबा रामदेव के एलौपैथी को लेकर दिए बयान और इंडियन मेडिकल ओसोसिएशन (IMA) से पूछे गए 25 सवालों के बाद चिकित्सकों में भारी नाराजगी है.
एक हिंदी अखबार में छपी एक खबर के मुताबिक उत्तराखंड के एक सीनियर डॉक्टर ने बाबा रामदेव का सवालों का जवाब दिया है. डॉ. एनएस बिष्ट ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड कर वैज्ञानिक और आध्यात्मिक आधार पर बाबा के सवालों का जवाब दिया है.
डॉ. बिष्ट का कहना है कि उत्तराखंड स्वामी रामदेव की कर्मभूमि है तो जवाब भी यहीं से आनी चाहिए. हालांकि उनके कई सवालों ऐसे है जिनका जवाब देने लायक नहीं है.
स्वामी रामदेव ने पूछा ता कि एलौपैथी सर्वशक्तिमान है तो फिर कोरोना से डॉक्टर्स मर क्यों रहे हैं? इस सवाल पर डॉ. बिष्ट ने जवाब दिया कि एलौपैथी एक विज्ञान है. विज्ञान का न कोई सगा और ना ही पराया होता है. विज्ञान सभी के लिए बराबर है.
डॉक्टर ने दिया बाबा रामदेव के सवालों का जवाब
डॉ. बिष्ट का कहना है कि डॉक्टर भगवान नहीं इंसान है. बाकि इंसानों की तरह उनका शरीर भी कोशिकाओं से बना हुआ है. इनका शरीर भी संक्रमित हो जाता है. उन्होंने कहा, ‘स्वामी ईश्वर पुरुष हैं और शायद अमर रह सकते है. पर डॉक्टर कोरोना से लड़ाई लड़ रहे हैं और मरीजों की जान बचा रहे हैं. व्यंग कसते हुए उन्होंने कहा कि शायद भक्त कम हो गए हैं, इसलिए डॉक्टरों की चर्चा की जा रही है.
बाबा रामदेव के क्रूरता और हिंसा वाले सवाल पर डॉ. बिष्ट ने कहा कि इसकी एलौपैथी में कोई दवा नहीं है. सबसे पहले आयुर्वेद से उनका इलाज होना चाहिए ताकि उनके जुबानी हिंसा का इलाज किया जाए. उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव बीमारियों का स्थाई इलाज की बात कर रहे हैं. ऐसे में उन्हें पुरस्कार मिलना चाहिए.
साभार-न्यूज़ 18