वॉशिंगटन|… मंगलवार से अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की भारत की दो दिवसीय यात्रा शुरू हो रही है. इस दौरे पर वह कई अहम मुद्दों पर बातचीत करते नजर आ सकते हैं.
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, वह अफगानिस्तान में सुरक्षा हालात, हिंद-प्रशांत में संपर्कों को बढ़ावा देना और कोरोना महामारी की चुनौतियों से निपटने समेत कई अहम मुद्दों पर बातचीत कर सकते हैं.
सूत्रों ने बताया कि रक्षा के क्षेत्र में दोनों पक्ष सहयोग को प्रगाढ़ करने के तरीके तलाशेंगे. इसके अलावा, भारत स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अंतरराष्ट्रीय यात्रा को चरणबद्ध तरीके से बहाल करने की मांग करेगा, जिसमें खासतौर पर छात्रों, पेशेवरों और कारोबारियों के लिए यात्रा नियमों में ढील तथा अन्य मानवीय मामलों के अलावा परिवारों को मिलाना सुनिश्चित करने पर जोर रहेगा.
उन्होंने बताया कि भारत कोरोना वायरस टीके के उत्पादन में उपयोग होने वाली सामग्री की बिना रूकावट आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित करने के लिए दबाव बनाना जारी रखेगा ताकि टीके की घरेलू उत्पादन क्षमता को बढ़ावा मिल सके.
दो दिवसीय यात्रा के दौरान ब्लिंकन विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात करेंगे. ब्लिंकन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे.
सूत्रों ने बताया कि भारत और अमेरिका के नेताओं के बीच क्वाड के मसौदे के तहत सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा होगी. चार देशों के समूह क्वाड के विदेश मंत्री स्तर की बैठक इस वर्ष के अंत में होने की संभावना है. दोनों पक्ष क्वाड टीकाकरण अभियान को भी आगे बढ़ाएंगे ताकि हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों को 2022 की शुरुआत में ही टीकों की आपूर्ति की जा सके.
उन्होंने बताया कि अफगानिस्तान में तेजी से बदलते हालात को लेकर भी भारतीय नेताओं और ब्लिंकन के बीच चर्चा होने की उम्मीद है क्योंकि उनकी यात्रा ऐसे में हो रही है जब अफगानिस्तान में हिंसा के मामलों में तेजी आयी है.
अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बीच अफगानिस्तान में पिछले कुछ सप्ताह में कई आंतकी हमले सामने आए हैं. सूत्रों ने बताया कि अमेरिका के विदेश मंत्री की यह यात्रा व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, डिजिटल क्षेत्र, नवाचार और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में तथा अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी.
उन्होंने कहा, ‘ विदेश मंत्री ब्लिंकन की यात्रा भारत के लिए बेहद अहम है और इस दौरान भारत अमेरिका के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय, कोविड से निपटने के तौर-तारीकों और वैश्विक विकास समेत विभिन्न मुद्दों पर बातचीत को आगे बढ़ाने को उत्सुक है.’
अमेरिका के विदेश मंत्रालय की कमान संभालने के बाद ब्लिंकन की यह पहली भारत यात्रा है, साथ ही जनवरी में जो बाइडन के सत्ता में आने के बाद प्रशासन के किसी उच्च अधिकारी की यह दूसरी भारत यात्रा है.