वॉशिंगटन|…. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जो बिडेन के बीच शुक्रवार को अंतिम प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई. दोनों उम्मीदवारों के बीच कोरोना संकट और टैक्स सुधारों को लेकर तीखी बयानबाजी देखने को मिली.
तीन नवंबर को मतदान से पहले दोनों नेताओं के बीच अंतिम प्रेसिडेंशियल डिबेट में ट्रंप और बिडेन दोनों एक-दूसरे पर हमलावर हुए.
यह डिबेट नैशविले में हुई. दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट 15 अक्टूबर को मियामी में होने वाली थी लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया.
पहली प्रेसडेंशियल डिबेट के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति कोरोना वायरस से सक्रमित हो गए इसके बाद आयोग ने दूसरी डिबेट वर्चुअल कराने का प्रस्ताव दिया था लेकिन ट्रंप इसके लिए तैयार नहीं हुए.
ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन के बीच पहला प्रेसिडेंशियल डिबेट 29 सितंबर को ओहियो में हुआ था.
वायु प्रदूषण के लिए ट्रंप का रूस-भारत पर निशाना
वायु प्रदूषण पर भारत और रूस पर निशाना साधते हुए ट्रंप ने कहा कि इन दोनों देशों की आबोहवा खराब है. अमेरिकी में सबसे अच्छी हवा, सबसे साफ पानी और कार्बन उत्सर्जन कम करने के सबसे बेहतर उपाय हैं. अमेरिका में यह चीजें हम काफी पहले से देखते आए हैं. ट्रंप ने नवीकरणीय ऊर्जा पर भी अपनी बात रखी.
बिडेन बोले- तो यह अमेरिकियों के लिए ‘डार्क विंटर’ होगा
बिडेन ने कहा कि कोई भी देश जो अमेरिकी चुनाव में दखल देगा, अगर वह राष्ट्रपति चुने गए तो उस देश को इसकी ‘कीमत’ चुकानी होगी.
उन्होंने कहा, ‘वे अमेरिकी संप्रभुता में दखल दे रहे हैं.’ बिडेन ने तीखा हमला करते हुए कहा कि ह्वाइट हाउस में रहने के लिए ट्रप ‘अनफिट’ हैं. उन्होंने कहा कि ट्रंप यदि आगे ह्वाइट हाउस में रहे तो अमेरिका के लिए यह ‘डार्क विंटर’ होगा.
ट्रंप बोले- हम देश को बंद नहीं कर सकते
ट्रंप ने कहा कि देश को कोविड-19 के संकट से उबारने के लिए वैक्सीन की घोषणा जल्द होगी. हम देश को बंद नहीं कर सकते और जो बिडेन की तरह बेसमेंट में नहीं रह सकते. न्यूयॉर्क एक ‘घोस्ट टाउन’ है और लोग इस वायरस के साथ जीना सीख रहे हैं.