हमारे देश में कहावत है अंत भला तो सब भला. यानी आखिरी में जो कुछ होता है वह अच्छा माना जाता है. लेकिन यह बात अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए लागू नहीं होती है. अब बस चंद दिन रह गए हैं जो बाइडेन के राष्ट्रपति पद संभालने के लिए. बाइडेन 20 जनवरी को अमेरिका के नए राष्ट्रपति बन जाएंगे.
एक तरफ बाइडेन की राजतिलक की तैयारी की जा रही है वहीं दूसरी ओर डोनाल्ड ट्रंप एक मुजरिम के रूप में आ खड़े हुए हैं. सही मायने में डोनाल्ड ट्रंप अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के आखिरी दिन बहुत अपमानित होकर बिता रहे हैं. अमेरिका में ही उनका विरोध बढ़ता जा रहा है. यही नहीं उनके पार्टी रिपब्लिक के नेता भी उनकी खिलाफत करने लगे हैं.
बता दें कि ट्रंप पर कैपिटल हिल्स (संसद भवन) में हिंसा भड़काने का आरोप है. इसी आरोप के आधार पर विपक्षी पार्टी डेमोक्रेट्स ने उनके खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू कर दी है. हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्ज की अध्यक्ष नेंसी पेलोसी ने रविवार को ही ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की मंजूरी दी थी.
उसके बाद अमेरिकी संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही हो रही है. इस संबंध में लाए गए प्रस्ताव पर बुधवार को मतदान होगा. इसके जरिये ट्रंप पर महाभियोग के लिए आरोप तय किए जाएंगे. सदन में यह प्रस्ताव सोमवार को पेश किया गया.
इसमें ट्रंप पर मुख्य रूप से यह आरोप लगाया गया है कि उन्होंने कैपिटल हिल यानी संसद परिसर पर हमले के लिए अपने समर्थकों को उकसाया था. बता दें कि अमेरिका में ट्रंप चौतरफा घिर गए हैं. भावी राष्ट्रपति जो बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों ने ट्रंप को 20 जनवरी से पहले पद से हटाने के लिए कमर कस ली है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार