हरिद्वार| 15 अक्टूबर की आधी रात से गंगनहर एक महीने के लिए बंद होने जा रही है. गंगनहर बंद होने से हरिद्वार समेत कई घाट गंगाजल विहीन हो जाएंगे. दरअसल, कुंभ मेल से पूर्व हरिद्वार में चार गंगा घाटों और एक पुल का निर्माण होना है.
लेकिन नहर बंदी नहीं होने की वजह से निर्माण कार्य अटका हुआ था. हालांकि, कुंभ मेल प्रशासन और हरिद्वार जिला प्रशासन ने गंगनहर में जल बंदी के लिए कई बार उत्तर प्रदेश शासन और सिंचाई विभाग को पत्र लिखे थे. लेकिन कोई फायद नहीं हुआ.
आखिरकार केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पाखरियाल निशंक ने नहर बंदी के लिए हस्तक्षेप किया. जिसके बाद 15 अक्तूबर की आधी रात से 15 नंबर की आधी रात तक मरम्मत और रखरखाव के काम के लिए बंद रहेगी.
हरिद्वार में महाकुंभ के आयोजन के अब तीन माह शेष बचे हैं. मेलाधिकारी दीपक रावत ने सभी अधिकारियों को समय पर सभी निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए थे.
इनमें सात गंगा घाट और हरिद्वार-देहरादून हाईवे पर केबिल पुल के पास निर्माणाधीन पुल भी शामिल था, लेकिन चार घाटों और पुल के निर्माण के लिए नहर बंदी बहुत जरूरी थी.