गुरुवार शाम को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ दिल्ली पहुंचे. राजधानी का उनका यह दौरा अचानक हो रहा है. आज उनकी मुलाकात गृह मंत्री अमित शाह से होनी है. शुक्रवार को वह पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलेंगे. कुछ दिनों पहले पार्टी एवं संघ के नेता लखनऊ पहुंचे थे और उन्होंने सीएम सहित विधायकों, मंत्रियों एवं उप मुख्यमंत्रियों के साथ अलग-अलग बैठकें कर उनसे फीडबैक लिया.
इन बैठकों के बाद यूपी में मंत्रिमंडल विस्तार और नेतृत्व को लेकर अटकलें लगनी शुरू हुईं. हालांकि, सीएम ने इन अटकलों को खारिज किया. यूपी में 2022 में विधानसभा चुनाव होगा. इसकी तैयारी में भाजपा अभी से जुट गई है. समझा जाता है कि पीएम, गृह मंत्री और पार्टी अध्यक्ष के साथ सीएम योगी की होने वाली बैठकों में चुनाव तैयारियों पर चर्चा हो सकती है.
पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ यूपी में चल रहे कोरोना टीकाकरण अभियान और पंचायत चुनाव नतीजों पर भी चर्चा हो सकती है. ऐसी चर्चा चल रही थी कि विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए यूपी मंत्रिमंडल में विस्तार हो सकता है और चुनावी समीकरण को ध्यान में रखते हुए खास समुदायों के नेताओं को उसमें जगह दी जा सकती है. इसके अलावा संगठनों एवं संस्थानों के खाली पड़े पदों पर भी नियुक्तियां होने की अटकलें थीं.
गत रविवार को पार्टी के उपाध्यक्ष एवं यूपी के प्रभारी राधा मोहन सिंह ने कैबिनेट विस्तार की अटकलों को खारिज कर दिया. हालांकि उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उचित समय पर खाली पदों नियुक्तियां कर सकते हैं. सिंह ने यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से भी मुलाकात की. कैबिनेट में फेरबदल के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘ऐसा कुछ नहीं है.’