अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार ने जनता के सामने अपना रिपोर्ट कार्ड पेश कर रही है. सीएम योगी आदित्यनाथ लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि हमने 42 लाख लोगों को आवास उपलब्ध कराया.
लोगों के मन में शासन के प्रति विश्वास जताना ही नए यूपी की खासियत है. योगी ने कहा, ‘प्रदेश की 24 करोड़ जनता को धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ,हम सब आभारी हैं हम सबके अभिभावक रूपी प्रधानमंत्री का जिनके कुशल मार्गदर्शन में हम साढ़े 4 साल पूरे कर रहे हैं यूपी जैसा विशाल आबादी का प्रदेश जहां दो चीजें चुनौती होती है सुरक्षा और सुशासन ,हमने इस पर काम करके पर्सेसप्शन बदला है…प्रशासन,संगठन सरकार के साथ केंद्रीय नेतृत्व का निरंतर सहयोग इस मे साथ मिला, मैं प्रधानमंत्री ,गृहमंत्री केंद्रीय मंत्रियों भके और संगठन का धन्यवाद करता हूँ.’
कानून व्यवस्था पर बात करते हुए सीएम योगी ने कहा, ‘ये वही प्रदेश है जहां गुंडे माफिया सत्ता संरक्षण प्राप्त करके भय का माहौल बनाये रहते थे,पिछली सरकार में खासकर 12 से 17 तक औसतन हर तीसरे दिन एक दंगा होता था,लेकिन पिछले साढ़े 4 वर्षो में हमने इसके खिलाफ काम किया,माफिया के खिलाफ ध्वस्तीकरण जब्तीकरण का कार्य किया. यही लखनऊ में जहां मुख्यमंत्री के बंगलो को बनाने के लिए कब्जे किये जाते थे,लेकिन हमने आप ने देखा होगा हमने अपने लिए नही गरीबो के 42 लाख मकान बनाये हैं.’
सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए योगी ने कहा, ‘पहले कोई भी आपदा आती थी तो गरीबो को महीनों कोई बचाव के उपाय नहीं मिलती थी लेकिन आज सरकार सम्वेदना के साथ किसी भी आपदा में जनता के साथ खड़ी होती है,24 घण्टा सहायता मिलती है सरकार की संवेदना हर स्तर पर देखने को मिलती है.
प्रदेश के अंदर के पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया संचालित हुई. प्रदेश के अंदर चेहरा देखकर नहीं बल्कि योग्यता के आधार पर नियुक्तियां दी गई. साढ़े चार वर्षों के दौरान एक भी भर्ती में किसी तरह का लेन देन नहीं हुआ, यही वजह है कि किसी भी भर्ती प्रक्रिया पर कोर्ट ने स्थगन का आदेश नहीं दिया. साढ़े चार नौजवानों को नौकरी दी गई.’
सीएम योगी ने किसानों के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए कहा, ‘किसान कर्जमाफी से हमने किसान कल्याण की योजना को आगे बढ़ाया है,उत्तर प्रदेश में जहां जल संसाधन भरपूर होता था लेकिन योजनाओ के क्रियान्वयन न होने से किसानों को भरपूर लाभ नही मिल पाता था,लेकिन आज वो सब चल रहा है…! पहले चीनी मिलें लगातार बन्द होती गई,किसान आत्महत्या करने को मजबूर हुआ,हमने उन चीनी मिलों को लगातार चलाया…कोरोना काल मे भी लगातार चलती गई.
86 लाख किसानों के 36 हजार करोड़ के ऋण माफ किया. गन्ना किसानों को 1.44 लाख करोड़ से अधिक गन्ना मूल्य का भुगतान और 476 लाख मीट्रिक टन चीनी का रिकॉर्ड उत्पादन किया.
एमएसपी में दोगुना तक वृद्धि की और 435 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न की सरकारी खरीद, किसानों को 79 हजार करोड़ का भुगतान किया. इतना ही नहीं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में दो करोड़ 53 लाख 98 हजार किसानों को 37,388 करोड़ हस्तांतरित की. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किसानों को 2376 करोड़ की क्षतिपूर्ति की गई.