हाथरस गैंगरेप पीड़िता जो अब इस दुनिया में नहीं है, उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. रिपोर्ट में जो चौंकाने वाली बात सामने आई है उसमें युवती के साथ रेप की पुष्टि नहीं की गई है.
यह पीड़िता के उस बयान से बिल्कुल अलग जो उसने दम तोड़ने से पहले दिया था और उसी के आधार पर आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप की धारा लगाई थी. रिपोर्ट के मुताबिक पीड़िता की मौत का मुख्य कारण गले की हड्डी टूटना बताया गया है.
अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, जहां पहले पीड़िता को भर्ती कराया गया था, वहां की मेडिकल रिपोर्ट में पीड़िता के शरीर पर चोटों के निशान का उल्लेख किया गया है.
अब फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा है हाथरस मामले में फोरेंसिक रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है. प्रशांक कुमार ने कहा, ‘शव परिवाजनों के साथ लाकर अत्येंष्टि की गई.
जो मृत्यु का कारण आया है वो गले में चोट होना बताया गया है. इस बीच जो विधि विज्ञान प्रयोगशाला (फोरेंसिक रिपोर्ट) की रिपोर्ट अब प्राप्त हो गई है कि जिसमें बताया है कि जो सैंपल लिए गए थे उनमें किसी तरह का स्पर्म या शुक्राणु नहीं पाया गया है.’
वहीं सफदरजंग अस्पताल द्वारा जारी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़िता के गले पर चोट के निशान हैं और साथ ही गले दबाने का मामला सामने आया है. पीड़िता की मौत का मुख्य कारण विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा.
दरअसल 14 सितंबर की इस घटना के बाद पीड़िता को अलीगढ़ अस्पताल में शिफ्ट किया गया था जिसके बाद हालत बिगड़ गई तो 28 तारीख को उसे सफदरजंग में शिफ्ट किया गया. 29 तारीख की सुबह पीड़िता की मौत हो गई.