भारत के पूर्व अंडर-19 विश्व कप विजेता कप्तान उन्मुक्त चंद ने शुक्रवार को भारतीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है. वह साल 2012 में भारत को अंडर-19 विश्व कप जिताकर रातों-रात स्टार बन गए थे.
वह घरेलू क्रिकेट में दिल्ली और उत्तराखंड के लिए खेल चुके हैं. बता दें कि उन्मुक्त ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर रिटायरमेंट की पुष्टि की है. हालांकि, उन्होंने साथ ही यह भी बताया कि वह दुनिया भर में क्रिकेट में मिलने वाले अवसरों का लाभ उठाने के लिए तैयार हैं.
उन्मुक्त ने अपने बयान में कहा कि पिछले कुछ वर्षों में चीजें उतनी सहज नहीं रही हैं और अवसर भी नहीं मिले. जिस तरह से चीजें सामने आई हैं, उससे मैं बहुत ज्यादा संतुष्ट नहीं हूं. उन्होंने आगे कहा कि क्रिकेट एक यूनिवर्सल खेल है. भले ही मतबल बदल जाए लेकिन अंतिम मकसद हमेश समान ही रहता है यानी उच्चतम स्तर पर क्रिकेट खेलना.’
क्रिकेटर ने कहा कि मेरे समर्थकों और शुभचिंतकों का बहुत-बहुत शुक्रिया, जिन्होंने हमेशा अपने दिल में रखा. इससे बेहतर कोई फिलिंग नहीं हो सकती है कि लोग आपको प्यार करते हैं. मैं भाग्यशाली हूं, जो मेरे पास ऐसे लोग हैं. आप सभी का शुक्रिया. अब जिंदगी की नई पारी की और बढ़ते हैं.
उन्मुक्त को भारत की तरफ से कोई अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का मौका नहीं मिला. उन्होंने अपने घरेलू करियर की शुरुआत 2010 में दिल्ली से की थी और 8 सीजन तक टीम के लिए खेले. उन्होंने टीम की कप्तानी भी की. लेकिन उन्हें 2017 में विजय हजारे ट्रॉफी स्क्वाट से हटा दिया गया और फिर वह टीम के अनियमित सदस्य बन गए.
इसके बाद, उन्मुक्त ने 2019 में उत्तराखंड की तरफ से खेलना शुरू किया, मगर ज्यादा फायदा नहीं हुआ. वह वापस दिल्ली आ गए. उन्हें 2020/21 सीजन में किसी भी फिक्स्चर में प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया. उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 3379 रन, लिस्ट ए क्रिकेट में 4505 रन और टी20 में 1565 रन बनाए.