पिछले दिनों उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, दिल्ली और पंजाब ने कोयले की कमी से बिजली संकट पर केंद्र सरकार से गुहार लगाई थी. रविवार को केंद्र सरकार की ओर से कहा गया है कि देश में कोयले की कमी और बिजली संकट को बेवजह मुद्दा बनाया जा रहा है.
कई राज्यों में कोयले की कमी के चलते गहराते बिजली संकट खबर के मद्देनजर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने आज पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के बाद आरके सिंह ने कहा कि देश में कोयले की कमी नहीं है पर्याप्त मात्रा में स्टॉक मौजूद है, सब कुछ ठीक-ठाक है.
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने चिट्ठी लिखी है लेकिन ऐसी कोई दिक्कत नहीं है. कोयला जहां जितना जरूरी है, वहां उतना मुहैया कराया जा रहा है. डिमांड बढ़ी है यानी हमारी इकोनॉमी बढ़ रही है. इस बात की हमें खुशी है.
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा कि संकट न तो कभी था, न आगे होगा. उन्होंने कहा कि ‘हमारे पास आज के दिन में कोयले का चार दिन से ज्यादा का औसतन स्टॉक है, हमारे पास प्रतिदिन स्टॉक आता है. कल जितनी खपत हुई, उतना कोयले का स्टॉक आया.
उन्होंने कहा कि ‘हमें कोयले की अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ानी है हम इसके लिए कार्रवाई कर रहे हैं. गौरतलब है कि पिछले दिनों बिजली संकट की आशंका को देखते हुए कई मुख्यमंत्रियों ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा था.
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर दखल देने की मांग की है. आंध्र प्रदेश और पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने भी केंद्र को चिट्ठी भेजी है.