केंद्रीय खाद्य मंत्री और एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान की तबियत खराब है और वो दिल्ली के अस्पताल में भर्ती हैं. उन्होंने ट्वीटर के जरिए अपने स्वास्थ्य की जानकारी दी है.
बेहद भावनात्मक ट्वीट करते हुए रामविलास पासवान ने लिखा है कि कोरोना संकट के समय खाद्य मंत्री के रूप में निरंतर अपनी सेवा देश को दी और हर संभव प्रयास किया कि सभी जगह खाद्य सामग्री समय पर पहुंच सके. इसी दौरान तबियत खराब होने लगी लेकिन काम में कोई ढिलाई ना हो इस वजह से अस्पताल नहीं गया.
आगे उन्होंने लिखा है कि मेरी खराब तबियत का एहसास जब चिराग को हुआ तो उसके कहने पर मैं अस्पताल गया और अपना इलाज करवाने लगा. मुझे खुशी है कि इस समय मेरा बेटा चिराग मेरे साथ है और मेरी हर संभव सेवा कर रहा है. मेरा ख्याल रखने के साथ साथ पार्टी के प्रति भी अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहा है.
मुझे विश्वास है कि अपनी युवा सोच से चिराग पार्टी व बिहार को नयी ऊंचाईयों तक ले जाएगा. चिराग के हर फ़ैसले के साथ मैं मजजबूती से खड़ा हूं. मुझे आशा है कि मैं पूर्ण स्वस्थ होकर जल्द ही अपनों के बीच आऊंगा.
रामविलास पासवान के इस ट्वीट के भावनात्मक के साथ सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं. दरअसल, इस समय बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है. एलजेपी और जेडीयू के बीच की खटपट खुलकर सामने आ रही है. ऐसे में कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि चिराग पासवान कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. ऐसे में रामविलास पासवान का यह ट्वीट बेहद मायने रखता है.
यहां तक कि कुछ समय पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने रामविलास पासवान को एनडीए छोड़ यूपीए में आने का न्यौता तक दे दिया था. ऐसे में रामविलास पासवान के इस ट्वीट का अर्थ निकाला जा रहा है कि रामविलास पासवान ने चिराग को एलजेपी से जुड़े फैसले लेने की पूरी छूट दी है. फिलहाल रामविलास पासवान अस्वस्थ्य हैं और दिल्ली के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है.