पिछले 24 घंटे में कोरोना के 56 हजार से अधिक केस दर्ज किए गए हैं. अगर पिछले तीन दिन के आंकड़ों को देखें तो थोड़ी गिरावट दर्ज हुई है. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि देश के 430 जिलों से पिछले 28 दिन में कोरोना के एक भी केस रिपोर्ट नहीं हैं. इसका मतलब की हालात नियंत्रण में है. लेकिन कोविड-19 रोकथाम के संदर्भ में जो दिशानिर्देश जारी किये गए हैं उसमें कोताही नहीं बरता जाना चाहिए.
कोरोना वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना के संबंध में उन्होंने कहा कि इस तरह से मामले कम हैं. अगर किसी को कोरोना वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना हुआ है तो इस बात की संभावन कम है कि उसे किसी अस्पताल में भर्ती होना पड़े या आईसीयू की आवश्यकता हो.
वैक्सीन के पहले डोज के बाद हम लोगों में से किसी को साइड इफेक्ट नहीं हुआ. देश में दोनों वैक्सीन कोवैक्सीन और कोविशील्ड दोनों सुरक्षित हैं. ह्वाट्सऐप यूनिवर्सिटी में जो सूचनाएं दी जा रही हैं उस पर भरोसा करने की आवश्यकता नहीं है.
कोरोना के बढ़ते केस को देखें तो मौजूदा आंकड़ों में महाराष्ट्र, केरल और पंजाब की भागीदारी 70 फीसद से ज्यादा है. इसके बाद मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान हैं. इन राज्यों में ऐहतियात के तौर पर नाइट कर्फ्यू, लॉकडाउन जैसे व्यवस्था को अमल में लाया जा रहा है.
चंडीगढ़ के 23 वार्डों को कंटेनमेंट जोन के तौर पर घोषित किया गया है. इसके साथ ही महाराष्ट्र के औरंगाबाद में लॉकडाउन का भी ऐलान है. महाराष्ट्र में एनसीपी और बीजेपी पूरे राज्य में लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं. लेकिन सीएम उद्धव ठाकरे का कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो लॉकडाउन के बारे में सोच सकते हैं.