बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव में नोटा उत्तराखंड क्रांति दल, समाजवादी पार्टी और उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी से आगे रहा. पांच प्रत्याशियों के बीच नोटा भाजपा और कांग्रेस के बाद तीसरे स्थान पर रहा. उपचुनाव में 1257 वोटर ने सभी दलों के प्रत्याशियों को नकारते हुए नोटा का बटन दबाया.
पहले चक्र की मतगणना में ही नोटा ने तीनों दलों को पीछे छोड़ दिया था. 13 वें चक्र में यूकेडी नोटा से आगे रही, बाकी सभी चक्र में नोटा ने तीनों दलों पर बढ़त बनाए रखी. यहां तक कि पोस्टल बैलेट में भी नोटा तीसरे स्थान पर कायम रहा.
10 राउंड में भाजपा, चार राउंड में कांग्रेस रही
चरण भाजपा कांग्रेस
पहला 2191 2945
दूसरा 2168 1609
तीसरा 2415 2219
चौथा 3326 2850
पांचवां 2337 1722
छठवां 2817 2208
सातवां 3046 3204
आठवां 2551 1916
नौवां 2570 2486
10वां 1670 1894
11वां 2029 1811
12वां 1978 1887
13वां 2310 1934
14वां 1055 1460
चरणवार मतगणना में अन्य दलों का प्रदर्शन
चरण यूकेडी सपा उपपा नोटा
पहला 52 27 10 90
दूसरा 54 45 18 65
तीसरा 66 58 29 86
चौथा 84 67 30 159
पांचवां 51 41 19 90
छठवां 51 53 19 95
सातवां 99 63 22 128
आठवां 63 40 22 92
नौवां 67 53 21 98
दसवां 43 43 18 65
11वां 47 41 27 92
12वां 39 49 12 65
13वां 105 28 10 64
14वां 17 18 05 43
पोस्टल बैलेट
यूकेडी सपा उपपा नोटा
19 11 05 25
180 बूथ पर दबा नोटा का बटन
बागेश्वर. बूथवार मतगणना में भी नोटा का व्यापक असर दिखा. 188 बूथ में से केवल आठ बूथ पर ही नोटा नहीं दबा. 180 बूथों पर एक या अधिक मतदाता ने नोटा बटन दबाया. राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुलाऊं बूथ पर सर्वाधिक 29 लोगों ने नोटा बटन दबाया.
पिछले चुनाव में भी सपा, बसपा पर भारी था नोटा
वर्ष 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में भी नोटा सपा और बसपा पर भारी रहा था. उस चुनाव में पहले स्थान पर भाजपा, दूसरे में कांग्रेस, तीसरे में आप, चौथे में निर्दलीय प्रत्याशी भैरव नाथ, पांचवें स्थान पर निर्दलीय प्रत्याशी बालकृष्ण और छठे स्थान पर नोटा रहा था. उस चुनाव में 874 लोगों ने नोटा का बटन दबाया था. सपा की लक्ष्मी देवी को 508, बसपा के ओम प्रकाश को 722 मत मिले थे. सपा और बसपा से तीसरे निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश कुमार भी आगे रहे थे. इस चुनाव में उक्रांद ने प्रत्याशी नहीं उतारा था.