प्रयागराज | गुरुवार को यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स ने मुठभेड़ में कुख्यात शूटरों को मार गिराया है. इन दोनों शूटरों का नाम वकील पांडेय उर्फ राजू पांडेय और अमजद उर्फ पिंटू है.
बताया जा रहा है कि ये दोनों मुन्ना बजरंगी और मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर थे. यूपी के एसटीएफ के सीओ ने गुरुवार को बताया कि प्रयागराज के अरैल में दो बदमाशों की मुठभेड़ में मौत हुई. इनकी पहचान वकील पांडे उर्फ राजू पांडे और अमजद उर्फ पिंटू के रूप में हुई है.
वाराणसी में इन्होंने 2013 में डिप्टी जेलर अनिल त्यागी की हत्या कर दी थी. वकील पांडे के सिर पर 50,000 रुपए का इनाम घोषित था.पुलिस का कहना है कि ये दोनों अपराधी प्रयागराज में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सूबे की सत्ता संभालने के बाद भ्रष्टाचार और अपराध को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि अपराधी या तो जेल में होंगे या प्रदेश के बाहर. जिसका परिणाम यह हुआ कि यूपी पुलिस माफिया और कुख्यात अपराधियों पर कहर बनकर टूट पड़ी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के भीतर ऑपरेशन क्लीन चलाया हुआ है.
सीएम योगी के कार्यकाल में पिछले साल 15 दिसंबर तक कुल 129 अपराधी मुठभेड़ में मारे गए और 2782 घायल हुए. अभी तक 25 हजार के ईनामी 9157 अपराधी, 25 से 50 हजार के ईनामी 773 अपराधी और 50 हजार से अधिक के 91 ईनामी अपराधी यानि कुल 10,021 जेल भेजे गए. एनकाउंटर में मारे गए अपराधियों का नंबर अब 130 से ऊपर जा चुका है.
योगी सरकार में गैंगेस्टर अधिनियम के तहत 25 से ज्यादा माफिया की आपराधिक कृत्य से अर्जित की गई आठ अरब 95 करोड़ 41 लाख रुपए से अधिक की चल-अचल अवैध सम्पत्तियों पर शिकंजा कसते हुए सरकारी भूमि मुक्त कराने, अवैध कब्जे के ध्वस्तीकरण और जब्तीकरण की कार्यवाही की गई. खास बात यह है कि अवैध संपत्तियों को ढहाने और कब्जा मुक्त कराने में जो खर्च आ रहा है, वह भी अपराधियों और माफिया से वसूला जा रहा है.
कुछ समय पहले योगी आदित्यनाथ के ऑफिस की तरह से बयान जारी कर कहा गया कि यूपी में कानून का शासन है. यहां के शब्दकोष में अवैध, अनैतिक व अराजक जैसे शब्द नहीं हैं. मुख्तार अंसारी जैसा माफिया हो या कोई भी अन्य अपराधी, योगी सरकार जीरो टॉलरेंस के साथ इनके कुकृत्यों पर पूर्णविराम लगाने को प्रतिबद्ध है. जनभावनाओं के अनुरूप कार्रवाई जारी रहेगी.