कर्नाटक में हिजाब विवाद के बीच पुलिस ने रविवार को उडुपी जिले के कुंडापुर में सरकारी पीयू कॉलेज के पास ‘घातक हथियार’ ले जा रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान अब्दुल मजीद (32) और रजब (41) के रूप में हुई है.
दोनों आरोपी कुंडापुर के पास गांव गंगोली के रहने वाले हैं. जिला पुलिस ने कहा कि पांच व्यक्ति ‘घातक हथियार’ ले जा रहे थे और उनमें से तीन मौके से भागने में सफल रहे. कुंदापुर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है.
इस बीच राज्य के शिक्षा मंत्री बी सी नागेश ने कहा कि समान यूनिफॉर्म कोड का पालन न करने वाली छात्राओं को अन्य विकल्प तलाशने की छूट है. नागेश ने मैसुरु में कहा, ‘‘जैसे सेना में नियमों का पालन किया जाता है, वैसा ही यहां (शैक्षणिक संस्थानों में) भी किया जाता है. उन लोगों के लिए विकल्प खुले हैं जो इसका पालन नहीं करना चाहते.’’
बोम्मई सरकार ने उन कपड़ों पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में शांति, सौहार्द्र और कानून-व्यवस्था को बाधित करते हों. नागेश ने कहा कि सरकार को इस मामले पर स्पष्टीकरण देने की आवश्यकता महसूस हुई और उसने एक परिपत्र जारी किया. उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि छात्राएं हिजाब पहनकर स्कूल आ सकती हैं, लेकिन परिसर के भीतर उन्हें इसे अपने बस्तों में रखना होगा.
यह मुद्दा जनवरी में उडुपी की गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी में शुरू हुआ था, जहां छह छात्राएं तय ड्रेस कोड का उल्लंघन कर हिजाब पहनकर कक्षाओं में आई थीं. इसके बाद इसी तरह के मामले कुंडापुर और बिंदूर के कुछ अन्य कॉलेजों में भी आए. बेलगावी के रामदुर्ग यूनिवर्सिटी और हासन, चिक्कमंगलुरु और शिवमोगा में शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब या भगवा शॉल के साथ छात्र-छात्राओं के आने की घटनाएं और बन्नीमंतपा (मैसूर) में हिजाब के पक्ष में लड़कियों के एक समूह के प्रदर्शन करने की खबरें सामने आई हैं.