सीएम रावत ने निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक ब्लाॅक में दो-दो अटल आदर्श विद्यालय स्थापित किए जाएं. इन विद्यालयों में जिन स्कूलों से शिक्षक स्थानान्तरित होकर आयेंगे.
यह ध्यान रखा जाए कि उन विद्यालयों में पढ़ाई-लिखाई शिक्षकों के अभाव में किसी भी प्रकार से बाधित न हो.
सीएम ने कहा कि अटल आदर्श विद्यालयों की स्थापना, उच्च गुणवत्ता की शिक्षा के सभी मानक पूरे करते हुए की जाए. इनसे ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा के समान अवसर मिल सकेंगे.
इन विद्यालयों में हिंदी व अंग्रेजी दोनों माध्यमों का विकल्प बच्चों को उपलब्ध हो. स्पोकन इंग्लिश पर विशेष ध्यान दिया जाए. विज्ञान की प्रयोगशाला, सभी आवश्यक उपकरणों से सुसज्जित हो.
बैठक में बताया गया कि 174 विद्यालयों को अटल आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित करने के लिए चिन्हित कर लिया गया है. इनमें से 108 विद्यालयों में वर्चुअल क्लास की सुविधा उपलब्ध है.
सीएम ने कहा कि जहां भी अटल आदर्श विद्यालय बनाए जाएं वहां स्थानीय स्थापत्य और सामग्री का प्रयोग किया जाए. बैठक में थानो में प्रस्तावित अटल आदर्श विद्यालय के डिजायन आदि से भी अवगत कराया गया.
बैठक में विद्यालयी शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डेय, सचिव आर मीनाक्षी सुन्दरम, निदेशक शिक्षा आर के कुंवर सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे.