वाशिंगटन| रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन के बीच कांटे की टक्कर जारी है लेकिन डेमोक्रेट जीत के बेहद करीब नज़र आ रहे हैं. खुद को हार के करीब देख ट्रंप कोर्ट का दरवाजा खटखटाने लगे हैं.
ट्रंप की प्रचार टीम के सदस्य अब बचे हुए राज्यों में मतगणना रोकने के लिए कोर्ट से गुहार लगा रहे हैं. ट्रंप लगातार मतगणना में गड़बड़ी के आरोप लगा रहे हैं और मेल-इन-बैलेट को बड़ा स्कैम बताया है.
इस बीच नतीजों को लेकर हिंसा की आशंका को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं व्हाइट हाउस समेत प्रमुख वाणिज्य क्षेत्रों और बाजारों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. जार्जिया में ट्रंप की टीम ने आरोप लगाया कि देर से आने वाले 53 मतदाताओं को भी वोट डालने दिया गया.
उन्होंने दावा किया चुनाव अधिकारी डेमोक्रेटिक पार्टी को समर्थन दे रहे थे. इससे पहले मतगणना के बीच में डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था, वह चुनाव जीत रहे हैं. ट्रंप का यह दावा फिलहाल झूठा निकला है और अब वह कुर्सी बचाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. उधर, बाइडन की लीगल टीम ने कहा है कि वे अदालत में ट्रंप की टीम का सामना करने के लिए तैयार हैं.
फॉक्स के प्रोजेक्शन के मुताबिक बाइडन ने तीन महत्वपूर्ण स्टेट विस्कॉन्सिन, मिशिगन और आरिजोना में अपराजेय बढ़त बना ली है. । 2016 में मिशिगन ट्रंप के खाते में रहा था और आरिजोना भी रिपब्लिकन्स के लिए बड़ा झटका है.
ट्रंप कैंपेन मैनेजर बिल स्टेपीन ने कहा, ‘विस्कॉन्सिन के कई इलाकों से मतगणना में गड़बड़ी की खबरें आई हैं, जिससे परिणामों पर सवाल खड़े होते हैं. राष्ट्रपति ट्रंप इसको लेकर फिर से मतगणना की अपील करना चाहते हैं.’ उधर जीत के करीब पहुंचे जो बाइडन ने सधी हुई प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘आगे बढ़ने के लिए अपने प्रतिद्वंद्वियों को दुश्मन की तरह लेने की मानसिकता छोड़नी होगी. हम दुश्मन नहीं हैं.’
जो बाइडन अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के इतिहास में सर्वाधिक मतों के साथ जीतने वाले कैंडिडेट साबित होंगे. इस चुनाव में बाइडन को 7 करोड़ से ज्यादा वोट मिले हैं. इससे पहले यह रिकॉर्ड बराक ओबामा के नाम था, जिन्हें 2008 के चुनाव में 6 करोड़ 94 लाख से ज्यादा वोट मिले थे.
हालांकि अभी कई अहम राज्यों के परिणाम आना बाकी हैं. अभी नेवाडा और पेन्सिलवेनिया जैसे कुछ राज्यों में मतगणना जारी हैं और यहां के परिणाम बाइडेन और ट्रंप दोनों के लिए निर्णायक साबित होंगे. अमेरिका में इस साल इतने ज्यादा वोट पड़े हैं कि 120 साल का रिकॉर्ड टूट गया है. कुल 66.9 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है.