कोलकाता| बुधवार को पश्चिम बगाल में से लोकल ट्रेन सेवाएं शुरू हो गई हैं और मेट्रो सेवाओं का भी विस्तार किया गया है.
कोरोना वायरस महामारी के कारण करीब 8 महीने तक लोकल रेल सेवाएं बंद रहीं थी. इन सेवाओं के बहाल होने से लोगों को हो रही दिक्कतें काफी हद तक कम हो जाएंगी.
यात्रा करने से पहले यात्री एक बार जरूर नए नियमों के बारे में जान लें क्योंकि अब पहले जैसे नियम नहीं है.
हर एक यात्री के लिए मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना अनिवार्य हैं और इसके अलावा 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही रेल सेवाएं शुरू हो रही है.
राज्य सरकार भारतीय रेलवे के साथ इस बात को लेकर विचार-विमर्श कर रही है कि कैसे निर्णय के साथ आगे बढ़ना है.
रेलवे अधिकारियों ने मंगलवार को भी लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है इसे कोविड -19 प्रोटोकॉल्स का जरूर पालन करें.
प्रोटोकॉल के अनुसार, ट्रेनों का संचालन 50 प्रतिशत क्षमता के साथ किया जाएगा.
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि रेलवे 11 नवंबर से पश्चिम बंगाल में 696 उपनगरीय सेवाएं संचालित करेगा.
उन्होंने कहा, ‘ यात्रियों के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक आवागमन सुनिश्चित करने की दिशा में रेलवे कल से पश्चिम बंगाल में 696 उपनगरीय सेवाएं संचालित करने जा रहा है.’
ईस्टर्न रेलवे (ईआर) ने यात्रियों से यात्रा के दौरान सख्त दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है, जैसे कि हैंड सैनिटाइज़र का प्रयोग, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन.
लोकल ट्रेन सेवा के अलावा बुधवार से कोलकाता मेट्रो की सेवा भी शुरू हो गई है. फिलहाल यह अपनी 25 फीसदी की क्षमता के साथ चल रही है और धीरे-धीरे इसे बढ़ाया जाएगा.
यात्रियों के लिए बाधा मुक्त यात्रा सुनिश्चित करने के लिए, मेट्रो रेलवे ने सुबह और शाम के पीक आवर्स के दौरान हर सात मिनट में ट्रेनों को चलाने का निर्णय लिया है.