देश में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ शुरू किए गए दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी और जेएस मंदीप भंडारी ने प्रेस वार्ता को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने आज कोविड-19 अभियान की शुरुआत की.
इस अभियान का पहला दिन सफल रहा. विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम के मद्देनजर देश भर में सभी कोरोना वैक्सीनेशन सेशन साइट्स पर टीकों पर रसद की पर्याप्त मात्रा सुनिश्चित की गई.
इस अभियान में दोनों वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. कोविशिल्ड की आपूर्ति सभी राज्यों में की गई है जबकि कोवैक्सीन (भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड) 12 राज्यों में भेजी गई.
इस अभियान में 1,91,181 लोगों का आज टीकाकरण किया गया. टीकाकरण के बाद अभी तक किसी के भी अस्पताल में भर्ती होने की कोई सूचना नहीं है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अंडमान और निकोबार में 78 लोगों को टीका लगा. आध्र प्रदेश में 16,963, अरुणाचल प्रदेश में 743, असम में 2,721, बिहार में 16,401, चंडीगढ़ में 195, छत्तीसगढ़ में 4,985, दिल्ली में 3,403, गोवा में 373 और गुजरात में 8,557 लोगों को टीका लगाया गया.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि चूंकि यह टीकाकरण का पहला दिन था, इसलिए कुछ मामले सामने आए. जैसे कुछ सत्र स्थलों पर लाभार्थी सूची अपलोड करने में देरी हुई और कुछ टीकाकरण श्रमिकों को आज के सत्र के लिए निर्धारित नहीं किया गया था. दोनों मामलों पर अब काम किया जा रहा है, ताकी आगे ऐसी किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पहले दिन 3351 सत्र में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ. मंत्रालय ने बताया कि पहले दिन देशभर में कुल 16,755 कर्मचारियों ने इस महाभियान में अपनी सेवा दी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि वैक्सीन को मंजूरी देने के लिए बेहतरीन संभावित वैज्ञानिक प्रणाली का उपयोग किया गया है. लोगों से अपील है कि किसी भी तरह की भ्रामक जानकारियों के झांसे में ना आएं और अपनी बारी आने पर बिना किसी डर और झिझक के वैक्सीन का टीका लगवाएं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारा फोकस अपने नागरिकों पर है. टीकाकरण के क्षेत्र में देश के पास व्यापक अनुभव है. हमने बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान चलाया है.
हर साल हम 60 करोड़ बच्चों को वैक्सीन देते हैं, जिनका उद्देश्य पोलिया और चेचक जैसी बीमारियों से छुटकारा पाना होता है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस टीकाकरण कार्यक्रम के लिए हमने पर्याप्त तैयारी की है.