पिछले दिनों लखनऊ में संघ के नेताओं की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रियों के साथ हुई लंबी बैठक का फीडबैक की रिपोर्ट को दिल्ली में आज से तीन दिन 3 से 5 जून तक शुरू हुई राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महामंथन में रखा. यहां हम आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 में होने वाले चुनाव से पहले बीजेपी के महामंत्री बीएल संतोष ने सरकार और संगठन के पदाधिकरियों से मुलाकात की.
इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा और डेढ़ दर्जन मंत्रियों से अलग-अलग मिलकर फीडबैक लिया है. तीन दिनों तक चले महामंथन के बाद बीएल संतोष दिल्ली में हैं. अब सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है कि थोड़ा बहुत ही सही विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी नेतृत्व यूपी में अच्छा खासा बदलाव चाहता है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गुरुवार से दिल्ली में तीन दिन के शुरू हुए महामंथन में आगामी यूपी चुनाव से लेकर बंगाल मेंं हिंसा पर चर्चा होनी है. बैठक में सरसंघचालक मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, पांच सहसरकार्यवाह कृष्ण गोपाल, मनमोहन वैद्य, मुकुंद, अरुण कुमार और रामदत्त चक्रधर मौजूद हैं, उनके अलावा इसमें सुरेश सोनी, भैय्याजी जोशी और भागैया भी हैं. भले ही संघ के नेता इसे रुटीन बैठक बता रहे हैं लेकिन असल मुद्दा इसमें बंगाल से लेकर यूपी की सियासत का छाया हुआ है. इसके साथ ही देश की राजनीतिक परिस्थितियों पर भी चर्चा होनी है.
संघ के इस महामंथन में सिर्फ संघ के शीर्ष नेता ही मौजूद रहेंगे. बीजेपी या अन्य किसी संगठन के नेता शामिल नहीं होंगे. सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले उत्तर प्रदेश के हालात पर फीडबैक देंगे. पिछले दिनों दत्तात्रेय यूपी को लेकर सक्रिय हैं, उसे देखते हुए कहा जा सकता है, संघ की इस बैठक में योगी सरकार, राजनीतिक और सामाजिक हालात पर चर्चा अहम मुद्दा होगी. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश को लेकर पिछले दिनों आरएसएस और बीजेपी के बीच दिल्ली में बड़ी बैठक हो चुकी है. उसके बाद दत्तात्रेय होसबले ने लखनऊ का दौरा भी किया और वहां के हालात का फीडबैक लिया था.
पिछले तीन दिनों से बीजेपी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी लखनऊ में कई बैठक कर चुके हैं. फीडबैक का परिणाम क्या होगा, इसके लिए निगाहें दिल्ली में हो रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महामंथन पर टिकी हुई है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार